भारतीय दिग्गज जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा हर टूर्नामेंट में नया इतिहास रचते जा रहे है। वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में कई भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है जिसमें सबसे सबसे ऊपर नाम नीरज चोपड़ा का है जिन्होंने सीधे गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। उन्होंने पाकिस्तान के एथलीट नदीम को मात देकर इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों से लिखवा लिया है।
हरियाणा के पानीपत जिले के खंडरा गांव के नीरज चोपड़ा आज भारत के महानतम खिलाड़ियों की सूची में शामिल है। उनका खेल का सफर बेहद गौरवमई रहा है। नीरज चोपड़ा ने अपना वजन कम करने के लिए खेलना शुरू किया था मगर कोई नहीं जानता था कि ये लड़का इतिहास के पन्नों पर अपना नाम दर्ज कर लेगा और भारत को गौरव दिया है। नीरज चोपड़ा ने हर कदम पर नई विजयगाथा लिखी है।
दो वर्ष पहले टोक्यो ओलंपिक खेलों में ओलंपिक ट्रैक और फील्ड स्पर्धा में नीरज चोपड़ा ने महज 23 वर्ष की उम्र में पहला गोल्ड मेडल भारत को दिलाया था। पिछले दो साल में हर टूर्नामेंट में उन्होंने 86 मीटर से ऊपर का थ्रो फेंका है। पिछले साल जून में स्टॉकहोम डायमंड लीग में उन्होंने 89 . 94 मीटर का थ्रो फेंककर दूसरा स्थान हासिल किया था। गौरतलब है कि दिग्गज निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण जीतने वाले वह दूसरे भारतीय बने। भारत का एथलेटिक्स जो लंबे अर्से से अपने अस्तित्व को ढूंढ रहा था उसे ऐसा सितारा मिला जिसने पूरी दुनिया में भारत के नाम का लोहा मनवाया और हर स्पर्धा में गोल्ड मेडल से नीचे तक कोई स्थान हासिल नहीं किया है।
नीरज चोपड़ा ही हर उपलब्धि और हर जीत में पूरा देश उनकी कामयाबी की चकाचौंध में डूब गया है। नीरज चोपड़ा द्वारा अलग अलग स्पर्धाओं में यह सिलसिला बदस्तूर जारी है। बता दें कि इससे पहले अभिनम बिंद्रा ने ओलंपिक 2008 में दस मीटर एयर राइफल स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं भारतीय हॉकी टीम भी भारत को आठ गोल्ड मेडल दिला चुकी है।
वहीं रविवार को बुडापेस्ट में विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने भारत और पूरे देशवासियों को सिर गर्व से ऊंचा करने का एक और सुनहरा मौका दे दिया है। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि बीता सप्ताह पूरे भारत के लिए ऐतिहासिक और शानदार रहा है। चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग, फिडे शतरंज विश्व कप में उपविजेता रहे आर प्रज्ञानंदा और अब नीरज चोपड़ा का फिर से गोल्ड मेडल पर निशाना साधना भारतीय खेल के इतिहास में नई इबारत लिख रहा है। इसके साथ ही नीरज चोपड़ा ने एक और उपलब्धि हासिल की है। अभिवन बिंद्रा के बाद वो दूसरे भारतीय हैं जिन्होंने ओलंपिक मेडल और विश्व चैंपियनशिप दोनों जीतने में सफलता पाई है। बिंद्रा ने जहां 23 वर्ष की उम्र में विश्व चैम्पियनशिप और 25 की उम्र में ओलंपिक स्वर्ण जीता था। बता दें कि नीरज चोपड़ा ने सबसे पहले विश्व जूनियर चैम्पियनशिप 2016 में जीत हासिल की थी। इसके बाद उनके जीत का सिलसिला साल दर साल जारी है।
टोक्यो ओलंपिक में जीत हासिल करने के बाद उनकी फैन फॉलोइंग पूरे देश में बेतहाशा बढ़ी थी। ऐसा समय भी आया था जब आनलाइन सबसे ज्यादा सर्च किये जाने वाली भारतीय हस्ती बन गए थे। उन्होंने कई वर्ष सीनियर विराट कोहली और रोहित शर्मा को भी ऑनलाइन सर्च में पछाड़ दिया था। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर उनके फालोअर बढते चले गए। उन्होंने एक उपलब्धि पिछले साल भी हासिल की जब वो उसेन बोल्ट से भी आगे निकल गए थे। फर्राटा धावक उसेन बोल्ट को पछाड़कर दुनिया के ऐसे एथलीट बन गए जिनके बारे में सबसे ज्यादा लिखा गया है। नीरज चोपड़ा के बारे में 812 लेख छापे गए थे।