तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को उम्मीद है कि वह इस साल अपने भाले से 90 मीटर की दूरी की बाधा को पार कर लेंगे।
ओलंपिक में ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद 24 साल के नीरज ने विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक और फिर डायमंड लीग फाइनल्स में स्वर्ण पदक जीतकर उम्मीदों को बढ़ाना जारी रखा।
इन दमदार प्रदर्शन के बाद भी नीरज हालांकि अपने 90 मीटर के लक्ष्य को हासिल करने में नाकाम रहे।
इंग्लैंड में अभ्यास कर रहे नीरज ने ऑनलाइन बातचीत में कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि इस नये साल में मैं इस सवाल को खत्म कर दूंगा। ’’
वह प्रतिष्ठित डायमंड लीग के स्टॉकहोम चरण में इस लक्ष्य के करीब पहुंच गये थे। उन्होंने तब 89.94 मीटर की दूरी के साथ दूसरा स्थान हासिल किया था।
नीरज का मानना है कि वहस्टॉकहोम में मुकाम हासिल कर सकते थे।
उन्होंने कहा, ‘‘भाला फेंकते समय अगर मेरा पैरा कुछ सेंटीमीटर आगे रहता तो मैं ऐसा कर सकता था।
उन्होंने कहा, ‘‘ हां, मैं सिर्फ छह सेंटीमीटर से चुका था। लेकिन एक एथलीट के लिए यह जादुई उपलब्धि की तरह है। जब भी आप किसी शीर्ष एथलीट के बारे में बात करते हैं तो हम सभी यही कहते हैं कि उसने 90 मीटर की दूरी तय की है।’’
नीरज हालांकि इसे लेकर ज्यादा चिंतित नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं हालांकि उम्मीदों के दबाव से परेशान नहीं हूं। यह जब होना होगा तब होगा। यह पिछले साल या साल पहले भी हो सकता था, लेकिन शायद भगवान ने इसके लिए एक सही समय और स्थान रखा है।’’
सेना से जुड़े हरियाणा के इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ यह अपना सब कुछ झोंक देने के बारे में है, आपकी सोच ऐसी होनी चाहिये की आप इसे हासिल करने के लिए अपना शत प्रतिशत जोर लागायेंगे। मुझे यह उम्मीद उन लोगों को है जो मुझे प्यार करते है। यह एक सकारात्मक भूमिका निभाते हैं।’’
अगले साल होने वाले पेरिस ओलंपिक से पहले इस साल एशियाई खेलों सहित कई अहम टूर्नामेंट होने है और चोपड़ा ने जब सत्र की तैयारी शुरू करेंगे तब टूर्नामेंटों में भाग लेने पर विचार करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ इस साल मेरे सामने तीन बड़ी प्रतियोगिता है। विश्व चैम्पियनशिप, एशियाई खेल और डायमंड लीग फाइनल।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने अभी यह तय नहीं किया है कि तैयारी कब शुरू करनी है। मेरे कोच चीन में स्थिति पर नजर रख रहे है। उसी को ध्यान में रख कर तैयारी शुरू करूंगा।