भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा बुधवार को एशियन गेम्स 2023 में मैदान पर उतरे हैं। चीन के हांगझोऊ में जारी एशियन गेम्स में नीरज चोपड़ा ने पुरुष भाला फेंक स्पर्धा में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। वहीं भारत के ही दूसरे एथलीट किशोर कुमार जैना ने देश को सिल्वर मेडल दिलाया।
𝑲𝒂𝒓 𝑯𝒂𝒓 𝑴𝒂𝒊𝒅𝒂𝒏 𝑭𝒂𝒕𝒆𝒉💪🏻#GOLD🥇 FOR THE G.O.A.T@Neeraj_chopra1 conquers #AsianGames2022 for the second time with a season best throw of 88.88!
Take a bow King👑! You have done it💪🏻
Congratulations on your #HallaBol performance 🥳#Cheer4India#JeetegaBharat… pic.twitter.com/m7NhwV8o6X
— SAI Media (@Media_SAI) October 4, 2023
लेकिन एक समय ऐसा था कि किशोर इस इवेंट में नीरज से आगे हो गए थे। इसके बाद नीरज ने वापसी करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। नीरज ने 88.88 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता, जबकि किशोर ने 87.54 मीटर के साथ सिल्वर मेडल हासिल किया। इस इवेंट का ब्रॉन्ज मेडल जापान के डीन रॉडरिक गेंकी ने हासिल किया। पाकिस्तान के यासिर मोहम्मद चौथे स्थान पर रहे। नीरज ने इस सीजन का अपना बेस्ट थ्रो फेंका, जबकि किशोर का ये पर्सनल बेस्ट थ्रो था।
बता दें कि, नीरज ने जब अपना पहला थ्रो किया तो 87 मीटर का था, जो तकनीकी दिक्कतों के कारण रिकॉर्ड नहीं हो सका। जिसके बाद उसे रद्द करना पड़ा। उसके बाद खेल को करीब 15 मिनट तक रोका गया। नीरज काफी देर तक अधिकारियों से बात करते हुए भी दिखे थे।
उसके बाद नीरज ने दोबारा थ्रो किया जो कि 82.38 मीटर का थ्रो किया जो कि पहले से काफी कम था। लेकिन उसके बाद फिर उन्होंने प्रयास किया जो कि थोड़ा बेहतर रहा। उन्होंने 84.49 मीटर का थ्रो किया।
चोपड़ा ने अपने तीसरे प्रयास में 84.49 मीटर का थ्रो किया जो सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं हो पाया। चौथे प्रयास में उन्होंने 88.88 मीटर का थ्रो किया। वह फिर से टॉप पर पहुंचे ये उनका सीजन का बेस्ट था।
#Hangzhou | भाला फेंक में किशोर जेना ने 87.54 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक जीता । @Kishore78473748 #KishoreJena #Javelinthrow #Cheer4India #JeetegaBharat #BharatAtAG22 #IndiaAtAsianGames pic.twitter.com/nAIZRxilry
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) October 4, 2023
वहीं जेना ने 81.26,79.76, 86.77 और 87.54 के थ्रो फेंके। उनका पांचवां और छठा थ्रो फाउल रहा। जापान के डीन रौड्रिक गेंकी ने 82 . 68 मीटर के थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता।