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Rinku Singh के पांच छक्के मारकर इतिहास रचने में है Nitish Rana का हाथ, जानें क्या है पूरा मामला

कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाड़ी रिंकू सिंह की इस समय हर तरफ चर्चा हो रही है। गुजरात जायंट्स के खिलाफ जिस तरह अंतिम ओवर में 29 रन चेज कर उन्होंने टीम को जीत दिलाई है उसके बाद वो सुर्खियों में आ गए है। अब इस पारी को लेकर एक और बड़ी जानकारी सामने आई है।

कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाड़ी रिंकू सिंह ने जिस बल्ले से ये इतिहास रचा है वो भी अब ऐतिहासिक हो गया है क्योंकि उस बल्ले से ही ऐसा इतिहास बना है जिसे टूटने में कई वर्ष लगने की संभावना है। रिंकू ने अंतिम ओवर में यश दयाल के ओवर में लगातार पांच छक्के जड़कर ना सिर्फ अपनी टीम को जीत दिलाई बल्कि इतिहास भी रच दिया। उन्होंने अंतिम ओवर में सबसे अधिक रन चेज करने का रिकॉर्ड बनाया है। इस रिकॉर्ड को बनाने के साथ ही उन्होंने अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई है जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी।

राणा ने रविवार को जीत के बाद कहा, ‘‘यह बल्ला मेरा है (जिसका इस्तेमाल रिंकू ने किया) और (इस सत्र में) मैंने दोनों मैच इसी बल्ले से खेले। मैंने पूरी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और पिछले साल के आखिरी चार या पांच मैच इसकी बल्ले से खेले।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज (रविवार को) मैंने अपना बल्ला बदला। रिंकू ने मेरा बल्ला मांगा। मैं शुरुआत में अपना बल्ला नहीं देना चाहता था लेकिन कोई यह बल्ला उठा लाया (ड्रेसिंग रूम से)।’’ 

केकेआर के कप्तान ने टीम के ट्विटर हैंडल पर कहा, ‘‘मुझे अहसास था कि वह यह बल्ला चुनेगा क्योंकि यह उठाने में काफी अच्छा लगता है और मेरे वजन के हिसाब से यह बल्ला हल्का है। अब यह बल्ला रिंकू का है, मेरा नहीं।’’ केकेआर के मुख्य कोच चंद्रकांत पंडित ने भी शानदार बल्लेबाजी के लिए रिंकू सिंह की सराहना की। पंडित ने कहा, ‘‘कोच, क्रिकेटर, प्रथम श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के मेरे 43 साल के करियर के दौरान मैंने इससे पहले सिर्फ दो पारियां देखी थी। एक में रवि शास्त्री ने रणजी ट्रॉफी में छह छक्के जड़े थे और दूसरी में जावेद मियांदाद ने दुबई (शारजाह) में अंतिम गेंद में छक्का जड़ा था। इसके बाद मैं तुम्हें (रिंकू को) देख रहा हूं। 

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