Breaking News

Covid के कारण चीन जाने को लेकर सुनिश्चित नहीं हंपी

एशियाई खेलों में दो बार की स्वर्ण पदक विजेता ग्रैंडमास्टर कोनेरू हंपी इस साल के आखिर में होने वाली महाद्वीपीय प्रतियोगिता में अपनी भागीदारी को लेकर सुनिश्चित नहीं हैं क्योंकि आयोजन चीन के शहर हांगझोउ में हो रहा है। उन्होंने कहा कि वह इस शीर्ष प्रतियोगिता के करीब आने पर फैसला करेंगी।
हंपी एक किशोरी थी जब उन्होंने दोहा में 2006 के एशियाई खेलों में महिलाओं की व्यक्तिगत और मिश्रित टीम स्पर्धा का स्वर्ण जीता था। डी हरिका के साथ भारत की शीर्ष महिला शतरंज खिलाड़ियों में शामिल हंपी अगर खेलने का फैसला करती हैं तो 23 सितंबर से शुरू होने वाले हांगझोउ खेलों के लिए भारतीय टीम में उनकी जगह लगभग तय होगी।

लेकिन हंपी ने फिडे महिला ग्रां प्री के इतर पीटीआई से कहा कि वह चीन में एशियाई खेलों के आयोजन से ‘नाखुश’ हैं।
एशियाई खेलों में 13 साल बाद शतरंज की वापसी हो रही है और प्रतियोगिता में उम्मीदों के बारे में पूछे जाने पर हंपी ने कहा, “मैं एशियाई खेलों में अपनी भागीदारी को लेकर सुनिश्चित नहीं हूं क्योंकि यह चीन में आयोजित हो रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चीन की वजह से, मुझे यकीन नहीं है कि मैं भाग लूंगी। शायद मैं जून या जुलाई में फैसला करूंगी। (यह) कोविड के कारण है, और क्या कारण हो सकता है।’’


हंपी ने कहा, ‘‘मैं वास्तव में एशियाई खेलों में खेलना चाहती हूं। लेकिन मैं थोड़ा नाखुश हूं कि इसका आयोजन चीन में हो रहा है। इसलिए मुझे सोचने और उस पर फैसला करने दें।’’
चीन में कोविड-19 मामलों में उछाल के कारण एशियाई खेलों को पिछले साल स्थगित कर दिया गया था। इस साल फिर से देश में संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी गई है।
पिछले साल महाबलीपुरम में ऐतिहासिक शतरंज ओलंपियाड में कांस्य जीतने वाली महिला टीम का हिस्सा रही हंपी ने कहा कि अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) को महिलाओं के शतरंज के लिए और अधिक करना चाहिए।

Loading

Back
Messenger