इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की उपविजेता बेंगलुरु एफसी की टीम सुपर कप फुटबॉल के फाइनल में मंगलवार को यहां जब ओडिशा एफसी के खिलाफ मैदान में उतरेगी तो खिताब के लिए उसे एक बार फिर से एड़ी चोटी को जोर लगाना होगा।
ओडिशा की टीम पहली बार इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंची है तो वहीं बेंगलुरु ने 2018 में इसके पहले सत्र का खिताब जीता था।
दोनों टीमें देश की शीर्ष घरेलू प्रतियोगिता आईएसएल के प्लेऑफ में पहुंचने में सफल रही थी जहां एटीके मोहन बागान ने दोनों को हराया था।
ओडिशा को एटीके मोहन बागान ने प्लेऑफ में शिकस्त देने के बाद फाइनल में बेंगलुरु को हराया था।
यहां के ईएमएस कॉर्पोरेशन स्टेडियम में होने वाला फाइनल बेंगलुरू के लिए सत्र का तीसरा खिताबी मुकाबला होगा। उन्होंने पिछले साल सितंबर (मौजूदा सत्र) में डूरंड कप जीता था।
टीम अगर मंगलवार को फाइनल जीतने में सफल रही तो वह एएफसी कप ग्रुप चरण के लिए क्लब प्ले- ऑफ में गोकुलम केरल का सामना करेगी।
कप्तान सुनील छेत्री दो साल बाद इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट में भाग लेने का मौका गंवाना नहीं चाहेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम भाग्यशाली रहे हैं कि बहुत सारे एएफसी टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला है, लेकिन हमारी टीम पिछले कुछ वर्षों में क्वालीफाई करने में नाकाम रही है। हम इस मौके को हासिल करने के लिए सब कुछ करेंगे।’’
ओडिशा के मुख्य कोच क्लिफोर्ड मिरांडा ने कहा कि उन पर कोई दबाव नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो हम इस मैच को फाइनल के रूप में नहीं देख रहे हैं। हमारे लिए यह अन्य मैच की तरह है, जहां हमें एक बहुत अच्छे प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ चीजें सही करनी हैं।