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पार्क से समर्थन मिलने पर सिंधू ने कहा, मेरे कोच ने अपनी भावनाएं व्यक्त की

पीवी सिंधू को चोट के कारण पांच महीने बाद वापसी करने के बाद पहले दौर में ही चिर प्रतिद्वंद्वी कैरोलिना मारिन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। कोर्ट से उनकी लंबी अनुपस्थिति को ध्यान में रखते हुए कोच पार्क ताए-सेंग ने हार के बाद एक भावनात्मक पोस्ट साझा किया था।
सोमवार को दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू ने मलेशिया ओपन में हार के बाद विदेशी कोच से मिले समर्थन पर कहा कि चोट के बाद वापसी करना ही अपने आप में मुश्किल होता है।

कोच ने इंस्टाग्राम पर लिखा था, ‘‘पांचमहीने बाद वापसी की और दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम। उसके सफलता हासिल नहीं कर पाने में कोच के रूप में मेरी गलती है। हम अगले सप्ताह दिल्ली में होने वाले इंडिया ओपन की तैयारी करेंगे। कृपया निशाना साधने के बजाय सिंधू को प्रोत्साहित करें। मैं और अधिक प्रयास करूंगा।’’
इस पोस्ट के बारे में पूछे जाने पर सिंधू ने कहा, ‘‘चोट के बाद वापसी करना अपने आप में एक मुश्किल काम है। मेरे कोच ने अपनी भावना जाहिर की क्योंकि पिछले पांच महीने से हम नहीं खेले हैं। लेकिन हमें खुश होना होगा कि हमने चोट के बाद मारिन के खिलाफ खेलने का प्रयास किया। मुझे उम्मीद है कि अच्छे दिन आएंगे।’’

जहां तक एक दूसरे से भिड़ने का सवाल है तो यह सिंधू की मारिन के खिलाफ 10वीं हार थी जिन्होंने 2016 के रियो ओलंपिक के फाइनल में भारतीय खिलाड़ी को हराया था।
वापसी कर रही सिंधू ने कहा कि वह अपने उबरने को लेकर संतुष्ट हैं और मंगलवार से यहां शुरू हो रहे इंडिया ओपन सुपर 750 टूर्नामेंट में अपने नए कौशल का प्रदर्शन करने की उम्मीद है।
सिंधू को पिछले साल अगस्त में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के दौरान बाएं टखने में स्ट्रेस फ्रेक्चर हो गया था। उन्हें पिछले हफ्ते कुआलालंपुर में मारिन के खिलाफ करीबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था।

सिंधू ने इंडिया ओपन टूर्नामेंट की पूर्व संध्या पर पीटीआई से कहा, ‘‘मैं पांच महीने से ब्रेक पर थी इसलिए जब मैंने जनवरी में वापसी कर रही थी तो मलेशिया में खेलते हुए कोर्ट पर वापस आकर खुश थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मलेशिया में मैं खुश थी कि मैं मारिन के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकी। कुल मिलाकर मैं अपने खेल से संतुष्ट थी। एक निश्चित स्तर पर खेलना, चोट से वापसी करने के बाद उस स्तर पर खेलना आसान नहीं है। जीतना और हारना खेल का हिस्सा है लेकिन आपको संतुष्ट रहना होगा।’’

इंडिया ओपन के पहले दौर में पूर्व चैंपियन सिंधू का सामना थाईलैंड की सुपानिदा केटथॉन्ग से होगा जिनके खिलाफ पिछले टूर्नामेंट में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सुपानिदा के खिलाफ खेल रही हूं, आप उसे हल्के में नहीं ले सकते। मैंने उसके खिलाफ कुछ मुकाबले खेले हैं और पिछली बार इंडिया ओपन में उससे हार गई थी इसलिए यह आसान नहीं होगा। उम्मीद है कि इस बार विपरीत नतीजा होगा।’’
सिंधू ने कहा, ‘‘हर मैच मेरे लिए कठिन होगा क्योंकि सभी शीर्ष खिलाड़ी यहां होंगे इसलिए हर दौर कठिन होगा।

मैं यह नहीं कह सकती कि मैं इसे जीतूंगी लेकिन मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी।
पिछले दो ओलंपिक में रजत और कांस्य पदक जीतने वाली सिंधू ने अगले साल होने वाले ओलंपिक के संदर्भ में कहा, ‘‘पहले ही 2023 शुरू हो चुका है। यह एक ओलंपिक क्वालीफिकेशन वर्ष है, बहुत सारे टूर्नामेंट होंगे इसलिए हमें चीजों की योजना बनानी होगी, कौन सी प्रतियोगिता में खेलना है और किसी में नहीं। प्रत्येक टूर्नामेंट मेरे लिए महत्वपूर्ण होगा।

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