Breaking News

World Cup 2203: विश्व कप में पाकिस्तान को सलामी बल्लेबाजों और स्पिनरों से बेहतर प्रदर्शन की आस

वर्ल्ड कप 2023 में पाकिस्तान की चुनौती को कभी दरकिनार नहीं किया जा सकता और बाबर आजम और उनकी टीम प्रदर्शन में निरंतरता की कमी के बावजूद भारत में जब एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय विश्व कप में उतरेगी तो दावेदारों में शामिल होगी।
कुछ समय पहले तक पाकिस्तान को काफी संतुलित टीम माना जा रहा था लेकिन एशिया कप में उनके प्रदर्शन ने टीम की खामियां उजागर की।

भारत में खेलने से खिलाड़ियों के पास रातों-रात राष्ट्रीय हीरो बनने का मौका है। पाकिस्तान अपने अभियान की शुरुआत यहां 6 अक्टूबर को नीदरलैंड के खिलाफ करेगा।
यहां हम पाकिस्तान टीम का विश्लेषण कर रहे हैं:


मजबूती:

नसीम शाह की चोट के बावजूद पाकिस्तान का तेज आक्रमण काफी मजबूत है। भारत में अधिकांश स्थानों पर पावरप्ले में गेंद स्विंग होती है और शाहीन शाह अफरीदी इसका फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। उनकी नजरें भारत के खिलाफ अहमदाबाद में 14 अक्टूबर को होने वाले मैच में भी अच्छे प्रदर्शन पर टिकी होंगी।
नसीम की अनुपस्थिति में नई गेंद का उनका साथी अभी तय नहीं है लेकिन तेज गेंदबाज हारिस राउफ और वापसी कर रहे अनुभवी हसन अली में से एक को यह मौका मिल सकता है।
बल्लेबाजी काफी हद तक बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान पर निर्भर है और ये दोनों शुक्रवार को यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरुआती अभ्यास मैच में शानदार लय में दिखे।

कमजोरी:
नसीम की अनुपस्थिति ने निश्चित रूप से विपक्षी बल्लेबाजों की राह कुछ आसान की है। शाहीन और नसीम नई गेंद से लगातार अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे और अब विरोधी खिलाड़ियों को थोड़ी राहत मिल सकती है।
आमतौर पर पहले बदलाव के रूप में गेंदबाजी करने वाले राउफ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ गेंदबाजी की शुरुआत की लेकिन अपनी तेज गति के बावजूद उतने प्रभावी नहीं दिखे। हसन पर अतिरिक्त दबाव होगा जिनकी मध्यम गति को देखते हुए प्रतिद्वंद्वी टीमों द्वारा निशाना बनाए जाने की संभावना है।
इमाम उल हक और फखर जमां की सलामी जोड़ी भी बहुत आत्मविश्वास पैदा नहीं करती। बड़े मैच के बल्लेबाज जमां के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी है। 66 एकदिवसीय मैचों में 50 से अधिक के औसत से रन बनाने वाले इमाम को 82.18 के अपने मौजूदा स्ट्राइक रेट की तुलना में अधिक तेजी से बल्लेबाजी करने की जरूरत है।
स्पिनर शादाब खान और मोहम्मद नवाज की फॉर्म भी चिंता का विषय है।


अवसर:

यह टूर्नामेंट सऊद शकील, इफ्तिखार अहमद और सलमान आगा जैसे खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा अवसर होगा। हालांकि इन तीनों के एक साथ एकादश में शामिल होने की उम्मीद नहीं है।
टेस्ट क्रिकेट में सात मैचों में 87.50 के शानदार औसत से अपनी काबिलियत साबित करने वाले शकील 50 ओवर के प्रारूप में उतना प्रभाव नहीं डाल पाए हैं। अभ्यास मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ वह अच्छे दिख रहे थे और उम्मीद कर रहे होंगे कि उन्हें और मौके मिलेंगे।
मध्यक्रम के बल्लेबाजों इफ्तिखार और आगा से लंबे टूर्नामेंट के दौरान कामचलाऊ ऑफ स्पिन गेंदबाजी करने की उम्मीद की जाएगी।


खतरा:

जैसा कि उप कप्तान शादाब खान ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि पाकिस्तान अब किसी और खिलाड़ी की चोट क सामना करने की स्थिति में नहीं है। नसीम के बाहर होने से गेंदबाजी आक्रमण का संतुलन बिगड़ गया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। 

Loading

Back
Messenger