डबलिन। लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने कहा कि हर कोई जसप्रीत बुमराह के इस रूप को देखने के लिए इंतजार कर रहा था जिन्होंने चोटिल होने के कारण 11 महीने तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर रहने के बाद वापसी की।
नियमित कप्तान हार्दिक पंड्या की अनुपस्थिति में आयरलैंड के खिलाफ भारतीय टी20 टीम की अगुवाई कर रहे बुमराह ने अपने पहले ओवर में ही दो विकेट लेकर भारत की जीत की नींव रखी। इस तेज गेंदबाज ने 24 रन देकर दो विकेट लिए तथा चार ओवर के अपने स्पेल में 16 गेंदों पर रन नहीं दिए।
बिश्नोई ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘ वह लगभग 11 महीने के बाद अपना पहला मैच खेल रहे थे। उनकी पहली गेंद पांवों पर पड़ी लेकिन उसके बाद उनकी अगली पांच गेंद शानदार थी। हर कोई बुमराह के इस रूप को देखने के लिए इंतजार कर रहा था और उनको वापस लय में लौटते देखकर अच्छा लगा।’’
उन्होंने कहा,‘‘ वह जिस तरह के गेंदबाज हैं, क्रिकेट जगत में हर कोई उन्हें गेंदबाजी करते हुए देखना चाहता है। हर कोई बुमराह की वापसी का इंतजार कर रहा था और उन्हें गेंदबाजी करते हुए देखकर मजा आया।’’
भारत ने बारिश से प्रभावित इस मैच में डकवर्थ लुईस पद्धति से दो रन से जीत दर्ज की। आयरलैंड ने पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर सात विकेट पर 139 रन बनाए। इसके जवाब में भारत ने जब 6.5 ओवर में दो विकेट पर 47 रन बनाए थे तब बारिश के कारण आगे खेल नहीं हो पाया। भारत उस समय डकवर्थ लुईस पद्धति से दो रन आगे था।
मैच में 23 रन देकर दो विकेट लेने वाले बिश्नोई ने कहा,‘‘ हम थोड़ा दुर्भाग्यशाली रहे जो बारिश के कारण पूरा मैच नहीं हो पाया। कुल मिलाकर हमने अच्छी क्रिकेट खेली। हमने वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की और फिर हमारे सलामी बल्लेबाजों ने हमें अच्छी शुरुआत दिलाई।’’
उन्होंने कहा,‘‘ हमने टॉस जीता जिसका हमें फायदा मिला। अगर वे टॉस जीतते तो उनको फायदा मिलता। इस तरह की परिस्थितियों में टॉस अहम भूमिका निभाता है।’’
आयरलैंड के बल्लेबाजों ने बिश्नोई के सामने रक्षात्मक रवैया अपनाया। इस लेग स्पिनर ने इस बारे में कहा,‘‘ यह निश्चित तौर पर उनकी रणनीति का हिस्सा रहा होगा लेकिन मैं आक्रामक होकर गेंदबाजी कर रहा था तथा अधिक से अधिक विकेट लेने की कोशिश कर रहा था। ’’
बिश्नोई हाल में समाप्त हुए वेस्टइंडीज दौरे में भारत की सीमित ओवरों की टीम के सदस्य थे लेकिन उन्हें केवल एक मैच में खेलने का मौका मिला।
उन्होंने कहा,‘‘ इन मैचों से मुझे काफी कुछ सीखने को मिला। मैं पांच मैचों की श्रृंखला के लिए वेस्टइंडीज में था। मैं केवल एक मैच खेल पाया लेकिन मुझे जब भी मौका मिलेगा, मैं उसके लिए तैयार रहूंगा और अपना शत प्रतिशत योगदान दूंगा। मैं इस मौके के लिए तैयार था।