विशाल उप्पल को बिली जीन किंग कप में भारतीय टीम की कप्तानी से हटाने पर अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) कार्यसमिति के सदस्य हैरान हैं चूंकि इतने महत्वपूर्ण फैसले पर उनसे राय नहीं ली गई।
एआईटीए ने सोमवार को घोषणा की कि उप्पल की जगह शालिनी ठाकुर चावला कप्तान होंगी।
एआईटीए महासचिव अनिल धूपर ने कहा कि उन्होंने हरियाणा टेनिस संघ के सचिव सुमन कपूर से इस पर बात की लेकिन कपूर ने कहा कि उन्हें बस इस फैसले की सूचना दी गई जबकि कार्यसमिति की बैठक में इस पर चर्चा होनी चाहिये थी।
उप्पल को भी इस फैसले के बारे में पहले बताया नहीं गया। उन्होंने कहा कि फैसला होने से पहले उन्हें इसकी जानकारी नहीं दी गई।
कपूर ने एआईटीए उपाध्यक्ष (खेल) हिरण्यमय चटर्जी को भी लिखकर कार्यसमिति की आपात बैठक बुलाने की मांग की है।
कपूर ने कहा ,‘‘ मुझसे इस पर बात नहीं की गई। अनिल धूपर मुझे विशाल को हटाये जाने के बारे में कैसे बता रह हैं। इस पर कार्यसमिति की बैठक में चर्चा होनी चाहिये थी।’’
उप्पल गुरूग्राम में अपनी अकादमी चलाते हैं जो हरियाणा में पड़ता है।
कार्यसमिति के एक अन्य सदस्य ने कहा कि धूपर एकतरफा फैसले ले रहे हैं। उन्होंने कहा ,‘‘ पता नहीं वह ऐसा क्यो कर रहे हैं। यह अहम मसला है और इस पर चर्चा किये बिना फैसला कैसे लिया गया। ऐसी क्या हड़बड़ी थी।’’
कपूर ने कहा ,‘‘ विशाल की कप्तानी में भारत ने पिछले कुछ साल में शानदार प्रदर्शन किया है। उसी की वजह से हम बीजेके कप में ग्रुप वन में बने हुए हैं। उसके कप्तान रहते भारत पहली बार विश्व ग्रुप क्वालीफाइंग में पहुंचा। मुझे बताया गया है कि भारतीय खिलाड़ी भी बतौर कप्तान विशाल की मौजूदगी चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ एआईटीए कार्यसमिति में चर्चा किये बिना इस तरह से उसे हटाना हैरान करने वाला है। पहले भी डेविस कप और फेड कप के लिये कप्तानों की नियुक्ति एआईटीए कार्यसमिति में चर्चा के बाद ही की गई है।