भारतीय कप्तान रोहित शर्मा अपनी बल्लेबाजी से काफी संतुष्ट है और हाल के दिनों में अपने बल्ले से बड़े शतकों की कमी से चिंतित नहीं हैं।
एकदिवसीय मैचों में तीन दोहरे शतक लगाने वाले रोहित ने आखिरी बार जनवरी 2020 में इस प्रारूप में शतक बनाया था। इस दौरान अर्धशतक को शतक में बदलने की उनकी दर में काफी कमी आयी है।
शनिवार को यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में इस सलामी बल्लेबाज ने 50 गेंदों में सात चौकों और दो छक्कों की मदद से 51 रन की शानदार पारी खेलकर भारत को आठ विकेट से मैच और श्रृंखला को जिताने में मदद की।
रोहित ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘मैं अब अपने खेल को थोड़ा बदलने की कोशिश कर रहा हूं, गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रूख अपनाने की कोशिश कर रहा हूं और मुझे लगता है कि गेंदबाजों पर दबाव बनाने की कोशिश करना जरूरी है। मुझे पता है कि बड़े स्कोर नहीं आए हैं, लेकिन मैं इसके बारे में बहुत चिंतित नहीं हूं।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मैं अपनी बल्लेबाजी से खुश हूं। मेरी सोच काफी स्पष्ठ है। मैं जिस तरह से खेल रहा हूं उससे खुश हूं। मुझे पता है कि जल्द ही एक बड़ा स्कोर बनने वाला है।’’
इस साल के आखिर में भारतीय टीम को घरेलू सरजमीं पर 50 ओवर के विश्व कप में खेलना है। रोहित ने कहा कि टीम इस महत्वपूर्ण प्रतियोगिता में जाने से पहले हर तरह की चीजें (प्रयोग) करना चाहती है।
भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण ने शनिवार को यहां दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में न्यूजीलैंड के कमजोर बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया जिससे मेजबान टीम ने आठ विकेट की जीत से तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली।
मोहम्मद शमी की अगुआई वाले तेज गेंदबाजी आक्रमण ने मुश्किल पिच पर शानदार प्रदर्शन किया और भारत ने न्यूजीलैंड को 108 रन पर समेट कर आठ विकेट से जीत दर्ज की।
न्यूजीलैंड ने 11वें ओवर में 15 रन पर पांच विकेट गंवा दिये थे जिसमें शमी (18 रन देकर तीन विकेट) और मोहम्मद सिराज (10 रन देकर एक विकेट) की भूमिका अहम रही। हार्दिक पंड्या (16 रन पर दो विकेट) ने भी प्रभावित किया।
रोहित ने कहा, ‘‘ मुझे लगा कि पिछले पांच मैचों में गेंदबाजों ने वास्तव में जिम्मेदारी उठायी। हमने उनसे जैसा भी कहा उन्होंने वैसा ही किया। खासकर भारत में ऐसा करना मुश्किल है। आप विदेशों में ऐसे प्रदर्शन की उम्मीद करते है लेकिन भारत में ऐसे प्रदर्शन के लिए वास्तविक कौशल की जरूरत है।’’
न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने कहा कि साझेदारी बनाने में नाकाम रहने से उनकी टीम को नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘ शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के लिए अच्छा दिन नहीं था। भारत ने शुरुआत से अच्छी गेंदबाजी की और हमें रन बनाने का मौका नहीं दिया। पिच से गेंदबाजों को मदद मिल रही थी।’’
लैथम ने कहा, दुर्भाग्य से हम साझेदारी बनाने में असमर्थ रहे। हर बार आप शानदार प्रदर्शन करना चाहते हैं लेकिन हम परिस्थितियों के अनुकूल नहीं हो पाए।’’
मैन ऑफ द मैच शमी ने कहा कि वह हमेशा सही लाइन और लेंथ बनाए रखने पर ध्यान देते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा अच्छी लय और लाइन और लेंथ गेंदबाजी करने की कोशिश करता हूं। गेंद को हवा में लहराते देखना पसंद है। मैं बस सीम का सही इस्तेमाल करने की कोशिश करता हूं।