टीम इंडिया आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के अपने सभी मैच हाइब्रिड मॉडल के तहत दुबई में ही खेल रही है। जहां भारत ने अभी तक तीन मैच खेले हैं जिसमें जीत की हैट्रिक लगाई है। वहीं कई खिलाड़ियों का कहना है कि टीम इंडिया को एक ही वेन्यू पर खेलने का फायदा मिल रहा है। जिस पर अब भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का जवाब आया है। दरअसल, रोहित ने इस धारणा को खारिज किया है कि सारे मैच दुबई में खेलने से उनकी टीम को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में फायदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि ये उनका घरेलू मैदान नहीं है और पिचों से उनकी टीम को अलग तरह की चुनौतियां मिली हैं।
रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल से पहले प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि, हर बार पिच से अलग तरह की चुनौती मिलती है। यहां हमने तीन मैच खेले हैं और तीनों मैचों में पिच का स्वभाव अलग रहा है। ये हमारा घर नहीं है, ये दुबई है। हमने यहां उतने मैच भी नहीं खेले हैं। ये हमारे लिए भी नया है। उन्होंने कहा कि उनकी टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल से पहले तुरंत हालात के अनुरूप ढलना होगा। उन्होंने कहा कि, यहां चार या पांच पिचें इस्तेमाल की जा रही हैं। मुझे नहीं पता कि सेमीफाइनल में कौन सी पिच होगी। लेकिन जो भी हो, हमें खुद को ढालना होगा और उस पर खेलना होगा।
रोहित ने न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी ग्रुप मैच का उदाहरण देते हुए कहा कि, हमने देखा जब गेंदबाज गेंद डाल रहे थे और वह स्विंग ले रही थी। पहले दो मैचों में ऐसा नहीं था। पिछले मैच में हमने देखा कि उतना स्पिन नहीं मिल रहा है। लिहाजा अलग-अलग पिच पर अलग चुनौतियां है। हमें नहीं पता होता कि पिच कैसी रहेगी या कैसी नहीं। रोहित ने कहा कि गेंदबाजों को पिच से मदद मिलती तो मैच और मजेदार होते।
रोहित ने आगे कहा कि, अगर इसमें गेंदबाजों के लिए भी कुछ होता तो मैच और दिलचस्प होते। चुनौतीपूर्व पिचें अच्छी रहती है क्योंकि हम अच्छे मुकाबले चाहते हैं। रोहित ने टीम में पांच स्पिनरों को चुने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि, उन्हें दुबई की पिचों का अनुमान था क्योंकि वे आईएलटी20 पर नजर रखे हुए थे। उन्होंने कहा कि, पिछले दो महीने में हमने देखा कि पिचें धीमी हैं। हम आईएलटी 20 देख रहे थे जो यहां खेला गया था और हमें लगा कि स्पिनर मददगार होंगे। अतिरिक्त बल्लेबाज चाहिए तो ऋषभ पंत है इसलिए हमने अतिरिक्त स्पिनर चुना।