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Root ने कहा कि भारतीय परिस्थितियों में खेलने का अनुभव हमें विश्व कप का बचाव करने में मदद करेगा

इंग्लैंड के पूर्व टेस्ट कप्तान जो रूट का मानना है कि भारत में खेलने का अनुभव उनकी टीम को इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले 50 ओवर के विश्व कप खिताब का बचाव करने में मददगार होगा।
इंग्लैंड ने 2019 में घरेलू सरजमीं पर विश्व कप जीता था और रूट का मानना है कि भारतीय परिस्थितियों में उनकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि वे स्पिन को कितना अच्छा खेलते हैं।
रूट ने यहां आईएलटी20 (इंटरनेशनल लीग टी20) टूर्नामेंट से इतर ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह (विश्व कप) शानदार मौका है, हमने इससे पहले इसका अनुभव नहीं किया है। अपने विश्व खिताब का बचाव करना हमारे लिए अच्छा मौका होगा।’’

एकदिवसीय क्रिकेट में 50 (158 एकदिवसीय में 6,207 रन) से अधिक के औसत से रन बनाने वाले रूट ने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि खिलाड़ियों ने भारत में काफी समय बिताया है और वे उन परिस्थितियों को अच्छी तरह समझते हैं। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि हम स्पिन कैसे खेलते हैं। हम विश्व कप से पहले सीमित संख्या में 50 ओवरों के मैचों में कैसे खेलते हैं।’’
रूट, हालांकि तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के लिए दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर जाने वाली टीम का हिस्सा नहीं हैं। वनडे में रूट का फॉर्म उनके टेस्ट बल्लेबाजी की तुलना में अच्छा नहीं रहा है।

2019 विश्व कप के बाद से उन्होंने एक भी शतक (वनडे) नहीं लगाया है और इस दौरान उनका औसत 30 से कम रहा है।
दुबई कैपिटल्स टीम के सदस्य रूट का मानना है कि आईएलटी20 में खेलने से वह एक बेहतर क्रिकेटर बनेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ इस टूर्नामेंट का हिस्सा बनकर अच्छा लग रहा है, हमें अच्छा अनुभव मिल रहा है। प्रतियोगिता काफी प्रतिस्पर्धी तरीके से शुरू हुई है। इसमें कुछ शानदार खिलाड़ी और टीमें है।’’

विश्व कप टीम में शामिल होने का लक्ष्य बनाने वाले रूट ने कहा, ‘‘देखिए, साल के अंत में हमारे पास भारत में विश्व कप है। मैं आईएलटी20 से बहुत कुछ सीख सकता हूं, खुद को अलग अलग परिस्थितियों में रख कर परख सकता हूं। पिछले कुछ समय से मुझे सीमित ओवरों के क्रिकेट खेलने किा मौका नहीं मिला था।
रूट ने यहां शुरुआती दो मैचों में पारी का आगाज करते हुए क्रमश: 26 और छह रन बनाए।
 उनकी टीम दुबई कैपिटल्स अपना अगला मैच गुरुवार को खेलेगी।

रूट ने पांच दिवसीय मैचों में शानदार सफलता का श्रेय टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स और कोच ब्रेंडन मैकुलम को दिया। उन्होंने इंग्लैंड के गेंदबाजों की भी जमकर तारीफ की।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस बारे में काफी बातें हो रही हैं कि हम (टेस्ट क्रिकेट) किस तरह से खेल रहे हैं, हम बल्ले से कितने आक्रमण हैं। यह भी देखना चाहिए कि हम गेंद से कितने अच्छे हैं, जीतने के लिए 20 विकेट लेना शानदार रहा है।’’

इंग्लैंड के लिए 127 टेस्ट में 10,629 रन बनाने वाले इस पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘ हां, हमारा इरादा तेजी से रन (टेस्ट में) बनाने का था। इससे उन मैचों को जीतने का मौका मिलता है जिसे सामान्य रूप से हम नहीं कर पाते। हम विरोधी टीम को दबाव में रखना चाहते है इसके लिए कई बार चतुराई भरे फैसले करने होते है।  
उन्होंने टीम के आक्रामक रवैये का समर्थन करते हुए कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि हमें सुधार करते रहना होता है। आगे बढ़ते रहना होगा और बेखौफ क्रिकेट खेलते रहना होगा।

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