भारतीय फुटबॉल टीम गुरुवार को जब सैफ अंडर-19 महिला चैंपियनशिप के फाइनल में मेजबान बांग्लादेश से भिड़ेगी तो उसकी निगाह मिथक तोड़कर खिताब हासिल करने पर होगी।
भारत में महिला फुटबॉल में सुधार के बावजूद आयु वर्ग की प्रतियोगिताओं में उसका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है।
भारतीय महिला टीम को सैफ प्रतियोगिताओं में एक से अधिक बार खिताब से हाथ धोना पड़ा था। वह पिछले साल ही सैफ अंडर-20 प्रतियोगिता के फाइनल में बांग्लादेश से हार गयी थी।
ऐसे में भारतीय टीम के पास अपने रिकॉर्ड में सुधार करने का यह शानदार मौका है।
भारतीय टीम ने वर्तमान प्रतियोगिता में अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है। उसने ग्रुप चरण में भूटान (10-0) और नेपाल (4-0) को आसानी से हराया था लेकिन बांग्लादेश से वह एकमात्र गोल से हार गयी थी। भारतीय टीम ने ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहने के कारण फाइनल में जगह बनाई।
भारत अब बदला चुकता करने के लिए मैदान पर उतरेगा लेकिन बांग्लादेश को पराजित करना इतना आसान नहीं है।
भारतीय टीम की मुख्य कोच शुक्ला दत्ता कहा,‘‘भारतीय टीम पिछले तीन साल से बांग्लादेश से हार रही है और यह अच्छा नहीं है लेकिन अब हमारे पास इसे बदलने का मौका है। दोनों टीम अपनी तरफ से समान प्रयास करेंगी लेकिन जो टीम पहला गोल करेगी उसकी जीत की संभावना अधिक होगी। पहला गोल करने से आत्मविश्वास बढ़ता है।