भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने देश की शीर्ष अदालत के दखल के बाद एशियाई खेलों की सूची में घुड़सवार फवाद मिर्जा, चिराग खंडाल और शशांक सिंह कटारिया का चयन नहीं होने पर शुक्रवार को संज्ञान लिया।
साइ के उप महानिदेशक शिव शर्मा के साथ अन्य अधिकारियों ने शुक्रवार को मिर्जा, खंडाल और कटारिया के साथ ऑनलाइन बातचीत की और उनकी शिकायतों को सुना।
साइ के एक बयान के अनुसार, खांडल ने उन्हें सूचित किया है कि सर्वोच्च न्यायालय ने ‘इक्वेस्ट्रियन फेडरेशन ऑफ इंडिया (ईएफआई)’ को एशियाई खेलों की लंबी सूची में उनका नाम शामिल करने का निर्देश दिया था।
तोक्यो ओलंपियन मिर्जा और कटारिया ने भी अपनी ओर से एशियाई खेलों की लंबी सूची में नाम शामिल करने का अनुरोध किया।
इन खिलाड़ियों ने निष्पक्ष और पारदर्शी चयन प्रक्रिया की भी मांग की है।
साइ के बयान के मुताबिक, ‘‘ साइ ने मामले पर संज्ञान लिया है और ईएफआई को जल्द से जल्द इस पर उचित निर्णय लेने के लिए सूचित किया है।’’
दिल्ली उच्च न्यायालय ने मार्च में आगामी हांगझोऊ एशियाई खेलों के लिए अनुचित चयन प्रक्रिया को लेकर ईएफआई की आलोचना की थी।
अदालत ने ईएफआई को आदेश दिया था कि 2021-2022 या 2022-2023 में चयन परीक्षणों में भाग लेने वाले सभी एथलीटों को संभावित खिलाड़ी के रूप में देखे और उन्हें यूरोप में कोचिंग शिविरों में भाग लेने दे।
ईएफआई ने चयन के लिए न्यूनतम पात्रता आवश्यकता की अपेक्षा की थी जिसके कारण खिलाड़ियों को अदालत का रुख करना पड़ा था।