सदीरा समरविक्रमा की 93 रन की तेजतर्रार पारी के दम पर श्रीलंका ने बांग्लादेश के खिलाफ एशिया कप के सुपर फोर मैच के बीच के ओवरों में लगातार विकेट गंवाने के बावजूद नौ विकेट पर 257 रन बनाये।
समरविक्रमा ने 72 गेंद की अपनी पारी में आठ चौके और दो छक्के लगाये। उन्होंने इस दौरान कप्तान दासून शनाका (24) के साथ छठे विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी की।
उनके अलावा टीम का कोई भी बल्लेबाज सहजता से बल्लेबाजी नहीं कर सका। कुसल मेंडिस (50) और पथुम निसंका (40) ने दूसरे विकेट के लिए 74 रन की साझेदारी की लेकिन इसके लिए 117 गेंदों का सामना किया। मेंडिस ने अपनी अर्धशतकीय पारी के दौरान 73 गेंद में छह चौके और एक छक्का लगाया जबकि निसंका ने 60 गेंद की पारी में पांच चौके जडे।
बांग्लादेश के स्पिनरों ने रनों पर अंकुश लगाते हुए कुल 23 ओवर में 89 रन दिये जबकि तेज गेंदबाजों ने आपस ने आठ विकेट साझा किये। इसमें हसन महमूद और तस्कीन अहमद ने तीन-तीन जबकि शरिफुल इस्लाम को दो सफलता मिली।
पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद निसंका ने पारी की शुरुआत गेंद पर तस्कीन के खिलाफ चौका जड़ा दिया। इसी ओवर में मैदानी अंपायर ने उन्हें पगबाधा करार दिया लेकिन बल्लेबाज के रिव्यू के बाद यह फैसला पलट गया।
दिमुथ करूणारत्ने (18) ने छठे ओवर में हसन महमूद के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौका जड़ा लेकिन तीसरी गेंद पर विकेटकीपर मुशफिकुर रहीम को कैच दे बैठे।
निसंका ने इस गेंदबाज के अगले ओवर में दो चौके लगाकर रन गति को बनाये रखा। श्रीलंका ने 10 ओवर में एक विकेट पर 51 रन बना लिये थे।
शुरूआती पावर प्ले के बाद बांग्लादेश के स्पिनरों ने शिकंजा कसना शुरू किया, जिससे श्रीलंका के बल्लेबाजों को रन गति बनाये रखने के लिए संघर्ष करना पड़ा। 10वें से 20वें ओवर तक श्रीलंका के बल्लेबाज सिर्फ दो चौके ही लगा सके।
मेंडिस ने 21वें ओवर में मेहदी हसन मिराज के खिलाफ चौका लगाया। अगले ओवर की पहली गेंद पर उन्हें जीवनदान मिला जब शरीफुल की गेंद डीप स्क्वायर लेग पर खड़े क्षेत्ररक्षक के हाथ से टकराकर गेंद छह रनों के लिए चली गयी।
बायें हाथ के इस गेंदबाज ने हालांकि अपने लगातार ओवरों में निसंका और मेंडिस को चलता किया।
उन्होंने 24 वें ओवर में निसंका को पगबाधा करने के बाद 26वें ओवर में मेंडिस की अर्धशतकीय पारी को को खत्म किया।
चरिथ असलंका (10) और धनंजय डिसिल्वा (छह) बल्ले से कुछ खास योगदान नहीं दे सके।
एक छोर से विकेटों के पतन के बीच समरविक्रमा दूसरे छोर से आसानी से रन बटोर रहे थे। उन्होंने इस दौरान मेहदी हसन और महमूद के खिलाफ शानदार चौके लगाये। 40 ओवर के बाद श्रीलंका का स्कोर पांच विकेट पर 176 रन था।
समरविक्रमा ने 42वें ओवर में शरीफुल के खिलाफ चौका लगाकर 45 गेंद में अपना पचासा पूरा किया। अगले ओवर में तस्कीन की गेंद पर उनके चौके ने टीम को 200 रन के करीब पहुंचा दिया।
महमूद ने 47वें ओवर में श्रीलंका के कप्तान शनाका को बोल्ड कर टीम को बड़ी सफलता दिलायी। दूसरे छोर से समरविक्रमा ने शाकिब के खिलाफ चौका और महमूद के खिलाफ छक्का जड़ कर रन गति बढ़ाने की कोशिश की।
उन्होंने आखिरी ओवर में तस्कीन के खिलाफ चौका और छक्का जड़कर टीम के स्कोर को 250 के पार पहुंचाया। वह आखिरी गेंद पर एक और बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में आउट हुए।