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संगकारा ने कहा कि बदलाव अपरिहार्य है लेकिन हार्दिक में सफल होने की क्षमता है

श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय टीम में बदलाव के दौर से निपटना हमेशा मुश्किल होता है लेकिन भारत के पास पर्याप्त प्रतिभा है और हार्दिक पंड्या के रूप में अच्छा नेतृत्वकर्ता है जिससे कि टी20 क्रिकेट में इस दौर से निपटा जा सके।
भारत नए साल में श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों के छह मैच खेलेगा। इस दौरान तीन जनवरी से शुरू हो रहे टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए रोहित शर्मा की जगह पंड्या को कप्तान बनाया गया है।
टीम में लोकेश राहुल और विराट कोहली भी नहीं हैं जो इस बात का संकेत है कि भारतीय क्रिकेट इस श्रृंखला से बदलाव के दौर से गुजरेगा।

संगकारा ने श्रीलंका के भारत दौरे के आधिकारिक प्रसारक ‘स्टार स्पोर्ट्स’ द्वारा आयोजित बातचीत के दौरान पीटीआई से कहा, ‘‘बदलाव का दौर अपरिहार्य है। आपको इसके लिए हमेशा तैयार रहना होगा। लेकिन इसके प्रभावी होने के लिए जरूरी है कि घरेलू क्रिकेट से खिलाड़ी आते रहें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रत्येक टीम बदलाव के मुश्किल दौर से गुजरती है और हमने ऑस्ट्रेलिया में भी ऐसा देखा है। कुछ समय पहले न्यूजीलैंड के साथ लंबे समय तक ऐसा देखने को मिला, यहां तक कि इंग्लैंड में भी। ये सभी बदलाव के दौर से गुजरीं और मुश्किल समय का सामना करना इन सभी टीम में समान चीज थी।’’

श्रीलंका के दिग्गज संगकारा का मानना है कि युवा चेहरों को अधिक मौके देना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, ‘‘आपको उन खिलाड़ियों पर भरोसा करना होगा जिन्हें आप चुनते हैं, उन पर लंबे समय तक भरोसा करना होग। उन्हें जरूरी अनुभव और मौके देने होंगे जिससे कि वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सामंजस्य बैठा सकेंऔर समझ सकें कि यह सब क्या है।’’
श्रीलंका के लिए संगकारा और महेला जयवर्धने जैसे दिग्गजों के संन्यास लेने के बाद बदलाव का दौर काफी कड़ा रहा है।
संगकारा ने कहा, ‘‘भारत में बड़ी संख्या में युवा खिलाड़ी सामने आ रहे हैं इसलिए यह उनमें से सर्वश्रेष्ठ का चयन करने और उन्हें अधिक मौके देने से जुड़ा है।’’

उन्होंने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स का मार्गदर्शक होने के दौरान गुजरात टाइटंस की कप्तान करने वाले पंड्या के बारे में बात की।
संगकारा ने कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि उनका नेतृत्व उत्कृष्ट है और हम सभी ने आईपीएल में यह देखा है। अब उसे राष्ट्रीय स्तर पर अपनी कप्तानी दिखानी होगी। उसके पास एक अच्छा नेतृत्वकर्ता बनने के सभी गुण हैं। हालांकि यह जरूरी नहीं कि नेतृत्वकर्ता बनने के लिए कप्तान बनना हो।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हार्दिक के पास एक अच्छा कप्तान बनने के सभी गुण हैं। सबसे मुश्किल काम एक समूह में अपने खिलाड़ियों को एक साथ खेलने के लिए प्रेरित करना, बात करना और प्रबंधन करना है और बाकी करीबी मैचों में कप्तानी करने के अनुभव के साथ आएगा।’’
जहां तक नई भारतीय टी20 टीम का सवाल है तो संगकारा रुतुराज गायकवाड़ और संजू सैमसन के खेल पर नजर रखते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे रुतुराज गायकवाड़ की बल्लेबाजी देखना बहुत पसंद है और वह एक ऐसा खिलाड़ी है जो तकनीक के साथ सही ढंग से बल्लेबाजी कर सकता है और फिर भी टी20 क्रिकेट में उसका काफी प्रभाव है।निश्चित रूप से संजू सैमसन भी काफी प्रभाव डालता है और मैं संजू को इस भारतीय टीम में लंबे समय तक देखना चाहता हूं।’’
संगकारा ने कहा, ‘‘ श्रीलंका के लिए कड़ी चुनौती होगी लेकिन टी20 में उनके पास भारत की बराबरी करने की क्षमता है।’’

उन्होंने एशियाई चैंपियन टीम के बारे में कहा, ‘‘उनके पास कप्तान दासुन शनाका, चरिथ असलंका, पथुम निसंका, कुसल मेंडिस हैं। उनके पास एक ऐसा शीर्ष क्रम है जो टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचा सकता है।’’
इस पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘कप्तान शनाका, भानुका राजपक्षे और वानिंदु हसरंगा के साथ उनका मध्य और निचला क्रम काफी मजबूत है। श्रीलंका के बल्लेबाजी क्रम में गहराई है। हमारे पास महेश तीक्षणा और हसरंगा की स्पिन जोड़ी है जिसके साथ लाहिरू कुमारा और दिलशान मधुशंका की गति भी है।’’

ऋषभ पंत श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की टीम का हिस्सा नहीं हैं और संगकारा का मानना है कि बल्लेबाजी से ज्यादा उनकी विकेटकीपिंग जरूरी है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ऋषभ पंत अपनी विकेटकीपिंग में काफी सुधार कर सकते हैं। बहुत से लोग केवल अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करते हैं और यह दो का संयोजन है जो आत्मविश्वास बढ़ाता है।’’

संगकारा ने कहा, ‘‘उनकी बल्लेबाजी में मुझे कोई संदेह नहीं है कि उनके पास सभी शॉट्स, क्षमता और प्रतिभा है लेकिन समझना होगा कि आप टी20 क्रिकेट में एक पारी को कैसे आगे बढ़ाते हो, यह जानने के लिए कि किस गेंदबाज पर आक्रमण करना है और इसके लिए थोड़ा स्मार्ट होना होगा।’’
क्या टी20 तेजी से एक ऐसा प्रारूप बनता जा रहा है जहां अधिक उम्र के खिलाड़ी कम प्रासंगिक होते जा रहे हैं यह पूछने पर संगकारा ने कहा, ‘‘मैंने कभी नहीं सोचा कि यह उम्र के बारे में है। मैं सिर्फ कौशल देखता हूं और मुझे लगता है कि यह सबसे कुशल खिलाड़ियों का खेल है।

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