कप्तान जयदेव उनादकट और चेतन सकारिया के दो दो विकेट चटकाने के बाद सौराष्ट्र की टीम अपना दूसरा रणजी ट्राफी खिताब जीतने से कुछ कदम की दूरी पर है क्योंकि मेजबान बंगाल की टीम शनिवार को यहां ईडन गार्डंस में चल रहे फाइनल के तीसरे दिन दूसरी पारी में चार विकेट गंवाकर 169 रन बनाकर जूझ रही है।
बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी 57 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं जबकि मेजबान टीम अब भी सौराष्ट्र के पहली पारी के 404 रन के स्कोर से 61 रन से पिछड़ रही है। सौराष्ट्र के बायें हाथ के तेज गेंदबाज खतरनाक गेंदबाजी कर रहे थे जिससे उनादकट की टीम रविवार को ही मैच खत्म करने की स्थिति में दिख रही है।
बंगाल का तेज गेंदबाजी आक्रमण सुबह के सत्र में प्रभावी नहीं रहा जिससे सौराष्ट्र ने रात के पांच विकेट पर 317 रन के स्कोर में 87 रन का इजाफा कर अपना स्केार 400 रन के पार कर लिया।
हालांकि कल के अविजित बल्लेबाज अर्पित वसावडा (81 रन) और चिराग जानी (60 रन) जल्दी आउट हो गये लेकिन पुछल्ले बल्लेबाज प्रेरक मांकड़ (33 रन) और धर्मेंद्रसिंह जडेजा (29 रन) ने सौराष्ट्र को बड़े स्कोर तक पहुंचाया।
बंगाल ने साथ ही सौराष्ट्र को 35 रन अतिरिक्त के रूप में दिये।
दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी बंगाल की शुरूआत काफी खराब रही जिसमें सकारिया (50 रन देकर दो विकेट) और उनादकट (47 रन देकर दो विकेट) ने शीर्ष क्रम को पवेलियन भेजकर लंच के बाद के सत्र में उनका स्कोर तीन विकेट पर 47 रन कर दिया।
तब भी बंगाल की टीम 183 रन से पिछड़ रही थी जिससे उस पर पारी की हार का खतरा मंडरा रहा था लेकिन अनुस्तुप मजूमदार (61 रन) और तिवारी ने मिलकर 99 रन की साझेदारी निभाकर स्टेडियम में मौजूद 1000 से ज्यादा दर्शकों को थोड़ी उम्मीद बंधाई।
स्टंप तक तिवारी के साथ शाहबाज अहमद 13 रन बनाकर खेल रहे हैं।
बंगाल की टीम 32 साल में अपने पहले रणजी ट्राफी खिताब की उम्मीद कर रही थी लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा, जिसके लिये वह किसी चमत्कार की ही उम्मीद कर सकती है।
इससे पहले तेज गेंदबाज मुकेश कुमार बंगाल के लिये सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले खिलाड़ी रहे। उन्होंने वसावड़ा और जानी को पवेलियन भेजकर 111 रन देकर चार विकेट झटके। आकाश दीप और ईशान पोरेल ने भी तीन तीन विकेट प्राप्त किये।