भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान गुरप्रीत सिंह संधू ने यहां किंग्स कप सेमीफाइनल में शूटआउट में 4-5 से मिली हार के बाद इराक को मिली दूसरी पेनल्टी को संदिग्ध करार दिया।
करिश्माई खिलाड़ी सुनील छेत्री के बिना खेल रही भारतीय टीम ने विवादास्पद पेनल्टी पर एक गोल गंवाया और अपनी से ऊंची रैंकिंग वाली इराक पर पहली जीत दर्ज करने से चूक गयी।
भारतीय टीम 79वें मिनट तक 2 – 1 से आगे थी जब रेफरी ने इराक को पेनल्टी दी। इराक के स्ट्राइकर ऐमेन गाधबान बाक्स में दो डिफेंडरों से भिड़ गए थे। यह पेनल्टी नहीं लग रही थी लेकिन ऐमेन ने इस पर गोल दागकर स्कोर 2 – 2 से बराबर कर दिया।
इराक ने शूटआउट में 5 – 4 से जीत दर्ज की।
शूटआउट में भारत के लिये ब्रेंडन फर्नांडिस गोल नहीं कर सके।
फीफा रैंकिंग में इराक 70वें स्थान पर है जबकि भारतीय टीम 99वें स्थान पर है।
संधू ने एआईएफएफ (अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ) से कहा, ‘‘ जाहिर तौर पर, इस हार को पचाना कठिन है। मैं मानता हूं कि हम मैच जीतने की स्थिति में थे। दुर्भाग्य से, जो दूसरी पेनल्टी दी गयी, वह संदिग्ध थी।’’
संधू ने छेत्री की अनुपस्थिति के बावजूद टीम के समग्र प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त किया।
छेत्री की गैरमौजूदगी में टीम का नेतृत्व कर रहे संधू ने कहा, ‘‘ मैंने जो सोचा था टीम ने उससे कहीं ज्यादा बेहतर किया है। हमें बस खुद पर विश्वास करने की जरूरत है। हमें थोड़ा और धैर्यवान और सकारात्मक होना होगा। इस मुकाबले में हमने धैर्य दिखाया।‘‘
उन्होंने कहा, ‘‘हमें विनम्र होने की जरूरत है और यह भी सुनिश्चित करना होगा कि हम उस तरह से मौके नहीं गंवायें। दुर्भाग्य से, इराक को वापसी करने और मैच जीतने का मौका मिला।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘ बड़ी टीमों के खिलाफ जीत दर्ज करने के लिए हमें उन्हें मौका देने से बचना होगा। टीम को इस प्रदर्शन को आगे बढ़ाने की ज़रूरत है क्योंकि हमारे पास एक और मैच है। हमें यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि हम अच्छे से आराम करें और उस मुकाबले के लिए तैयार रहे।’’
इस हार के साथ भारत का इस साल 12 मैचों का विजय अभियान भी थम गया।
भारत का सामना अब कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले में लेबनान से होगा। फाइनल इराक और थाईलैंड के बीच खेला जायेगा।