मौजूदा चैंपियन लक्ष्य सेन को गुरुवार को यहां इंडिया ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट में डेनमार्क के विश्व में 20वें नंबर के खिलाड़ी रासमस गेम्के से हार का सामना करना पड़ा।
विश्व में 12वें नंबर के खिलाड़ी सेन यहां आईजी स्टेडियम में शुरुआती बढ़त का फायदा नहीं उठा पाए और उन्हें एक घंटे 21 मिनट तक चले दूसरे दौर के मैच में गेम्के से 21-16, 15-21, 18-21 से हार का सामना करना पड़ा।
इससे पहले, पुरुष युगल में मौजूदा चैंपियन सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी को टूर्नामेंट से हटना पड़ा।
सात्विक का कूल्हा चोटिल होने के कारण उन्होंने यह फैसला किया।
लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल की भी ओलंपिक चैंपियन चेन युफेई के सामने एक नहीं चली और वह महज 32 मिनट में 9-21, 12-21 से हार गई जिससे इस टूर्नामेंट में भारत की चुनौती भी खत्म हो गई।
इससे पहले महिला युगल में राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता गायत्री गोपीचंद और त्रीसा जॉली भी प्री-क्वार्टर फाइनल में चीन की छठी वरीयता प्राप्त झांग शु जियान और झेंग यू से 9-21, 16-21 से हारकर बाहर हो गईं।
कृष्ण प्रसाद गरगा और विष्णुवर्धन गौड़ पंजाला की पुरुष युगल जोड़ी भी चीन के लियांग वेई केंग और वांग चांग से केवल 33 मिनट में 14-21 10-21 से हार गई।
गेम्के के खिलाफ सेन को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। भारतीय खिलाड़ी ने इससे पहले गेम्के के खिलाफ दोनों में जीते थे। भारतीय खिलाड़ी हालांकि महत्वपूर्ण मौकों पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया जबकि डेनमार्क के खिलाड़ी ने अच्छा खेल दिखाया।
दोनों खिलाड़ियों ने शुरू में अच्छा खेल दिखाया तथा एक समय स्कोर 9-9 से बराबरी पर था। सेन ने इसके बाद कुछ अच्छे स्मैश जमा कर 17-12 से बढ़त हासिल कर ली। सेन को इसके बाद छह गेम प्वाइंट मिले जिसमें से तीसरे पर उन्होंने पहला गेम अपने नाम किया।
इसके बाद हालांकि सेन अपनी लय खो बैठे और गेम्के ने बढ़त हासिल कर ली। डेनमार्क का खिलाड़ी जल्द ही 14-10 से आगे हो गया।
सेन ने बीच में एक अंक के लिए विरोध भी किया था। गेम्के ने हालांकि पीछे मुड़कर नहीं देखा और जल्द ही दूसरा गेम अपने नाम कर दिया।
सेन ने तीसरे और निर्णायक गेम में कुछ बेवजह गलतियां की जिसका फायदा उठाकर गेम्के ने 8-1 से बढ़त हासिल कर ली। दर्शकों के अपार समर्थन के बीच भारतीय खिलाड़ी ने वापसी का प्रयास किया और लगातार पांच अंक बनाकर स्कोर 6-8 कर दिया।
गेम्के ने इंटरवल तक चार अंक की बढ़त हासिल कर ली थी।
सेन ने इसके बाद भी गलतियां की जिससे गेम्के 14-8 से आगे हो गए। भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि हार नहीं मानी और जल्द ही स्कोर 13-14 कर दिया। सेन ने संघर्ष जारी रखा लेकिन गेम्के 18-15 की बढ़त लेकर मैच जीतने के करीब पहुंच गए।
गेम्के को दो मैच प्वाइंट मिले जिस पर उन्होंने किसी तरह की चूक नहीं दिखाई।
हार से निराश सेन ने मैच के बाद कहा,‘‘ निर्णायक गेम में मेरी शुरुआत अच्छी नहीं रही। 1-8 से पिछड़ना स्वीकार्य नहीं है। मैंने वापसी की कोशिश की लेकिन आखिर में यह पर्याप्त साबित नहीं हुआ। मैंने आखिरी क्षणों में साहसिक खेल दिखाया लेकिन कुछ गलतियां भी की।’’
गेम्के का सामना अब शीर्ष वरीयता प्राप्त और हमवतन विक्टर एक्सेलसेन से होगा, जिन्होंने चीन के शि यू क्यूई को 21-16, 16-21, 21-9 से हराया।
पुरूष एकल में इंडोनेशिया के चौथी वरीयता प्राप्त जोनाथन क्रिस्टी, सिंगापुर केतीसरी वरीयता प्राप्त लोह कीन यू और चीनी ताइपे के पांचवीं वरीयता प्राप्त चाउ टिएन चेन भी अगले दौर में पहुंच गए हैं।
महिला एकल में जापान की शीर्ष वरीयता प्राप्त अकाने यामागुची, स्पेन की कारोलिना मारिन और चीन की हे बिंगजियाओ ने भी क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।