बैंकॉक। भारतीय गोला फेंक एथलीट तेजिंदरपाल सिंह ने शुक्रवार को यहां एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में अपना स्वर्ण पदक बरकरार रखते हुए महाद्वीपीय सर्किट में अपना आधिपत्य स्थापित किया। हालांकि दूसरे थ्रो में सर्वश्रेष्ठ प्रयास के बाद वह लंगड़ाते हुए बाहर आये।
एशियाई रिकॉर्डधारी तूर ने दूसरे थ्रो में 20.23 मीटर की दूरी पर गोला फेंका लेकिन इस प्रयास के बाद वह ‘ग्रोइन’ हिस्से में चोट से लंगड़ाते हुए बाहर आये।
ईरान के साबेरी मेहदी (19.98 मीटर) ने रजत पदक और कजाखस्तान के इवान इवानोव (19.87 मीटर) ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
तूर (28 वर्ष) तीसरे गोला फेंक एथलीट हैं जिन्होंने एशियाई चैम्पियनशिप खिताब कायम रखा है।
कतर के बिलाल साद मुबारक ने 1995 और 1998 तथा 2002 और 2003 में दो बार लगातार स्वर्ण पदक जीतकर यह उपलब्धि दो बार अपने नाम की है। कुवैत के मोहम्मद घारिब अल जिंकावी ने लगातार तीन बार 1979, 1981 और 1983 में पहला स्थान हासिल किया था।
अभी तूर की चोट की गंभीरता का पता नहीं चल सका है लेकिन यह उनके लिए चिंता का विषय हो सकती है क्योंकि एक महीने बाद बुडापेस्ट में विश्व चैम्पियनशिप (17 से 27 अगस्त) शुरु हो रही है।
तूर ने पिछले महीने भुवनेश्वर में राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय चैम्पियनशिप में 21.77 मीटर नये एशियाई रिकॉर्ड थ्रो से विश्व चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था।
तूर ‘ग्रोइन’ की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण 2022 विश्व चैम्पियनशिप में नहीं खेल पाये थे और यह चोट उन्हें टूर्नामेंट से पहले ही लगी थी जिसके कारण वह बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों में भी हिस्सा नहीं ले सके थे।
तोक्यो ओलंपिक के तुरंत बाद तूर ने अपनी ‘थ्रो’ करने वाले बायीं बाजू कीकलाई की सर्जरी भी करायी थी। उन्होंने शुक्रवार को बायीं कलाई में पट्टी बांधकर हिस्सा लिया था।