भारत के अनुभवी बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू और किदांबी श्रीकांत मंगलवार को जब यहां कोरिया ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट में अपना अभियान शुरू करेंगे तो वे अपने प्रदर्शन में निरंतरता लाने के साथ सत्र का पहला खिताब जीतना चाहेंगे।
मौजूदा सत्र में छह महीने से ज्यादा निकल गये लेकिन इस दौरान सिंधू कोई खिताब नहीं जीत पायी। वह टखने में स्ट्रेस फ्रैक्चर के कारण पांच महीने तक खेल से दूर रही। वापसी के बाद उनके खेल में पहले जैसा पैनापन नहीं दिखा।
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता मैड्रिड स्पेन मास्टर्स के फाइनल में पहुंची थी, जो इस सत्र में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। वह इसके बाद कनाडा ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची लेकिन इसके बाद अमेरिका ओपन में क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ सकी। अमेरिका ओपन में वह चीन की गाओ फांग जी से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गयी।
विश्व रैंकिंग में 12वें स्थान पर कायम यह खिलाड़ी कोरिया ओपन में चीनी ताइपे की पाई यू पो के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेंगी। इस मुकाबले को जीतने के बाद उनके सामने चीन की ओलंपिक चैम्पियन चेन यू फेई की चुनौती हो सकती है।
सिंधू के साथ उनके कोच मोहम्मद हाफिज हाशिम भी होंगे। ऑल इंग्लैंड के इस पूर्व चैम्पियन की मौजूदगी में ओलंपिक क्वालीफिकेशन समय के दौरान उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी। बैडमिंटन का ओलंपिक क्वालीफिकेशन समय अगले साल अप्रैल में खत्म होगा।
विश्व चैम्पियनशिप (2021) के पूर्व कांस्य पदक विजेता श्रीकांत के प्रदर्शन में भी इस सत्र में निरंतरतता की कमी दिखी है। वह स्पेन मास्टर्स, मलेशिया मास्टर्स और इंडोनेशिया मास्टर्स के क्वार्टर फाइनल में ही पहुंचे सके।
विश्व रैंकिंग के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत इंडोनेशिया के अपने कोच विएम्पी महार्डी की देखरेख में अभ्यास कर रहे हैं। वह अपने अभियान की शुरुआत जापान के दिग्गज केंटो मोमोटा के खिलाफ करेंगे।
सिंधू और श्रीकांत जहां सत्र में खिताबी सूखा खत्म करना चाहेंगे तो वहीं लक्ष्य सेन और एच एस प्रणय की नजरें सत्र के दूसरे खिताब पर होगी। लक्ष्य ने कनाडा जबकि प्रणय ने मलेशिया में खिताब जीता है और दोनों अपनी लय को जारी रखना चाहेंगे।
अमेरिकी ओपन में सेमीफाइनल में पहुंचे सेन डेनमार्क के पूर्व विश्व नंबर दो एंडर्स एंटोनसेन से भिड़ेंगे। पांचवीं वरीयता प्राप्त प्रणय साथी भारतीय समीर वर्मा से भिड़ेंगे।
टूर्नामेंट में सभी की निगाहें इंडोनेशिया ओपन चैंपियन सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी पर भी होंगी जब वे पुरुष युगल में थाईलैंड के सुपाक जोमकोह और किटिनुपोंग केड्रेन के खिलाफ कोर्ट में उतरेंगे।
पुरुष एकल ड्रा में ऑरलियन्स मास्टर्स चैंपियन प्रियांशु राजावत, राष्ट्रीय चैंपियन मिथुन मंजूनाथ और 2022 ओडिशा ओपन विजेता किरण जॉर्ज भी होंगे।
महिला एकल में आकर्षी कश्यप और मालविका बंसोड़ को क्रमशः चीन की झांग यी मान और ओलंपिक रजत पदक विजेता ताई जू यिंग के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
पुरुष युगल में कृष्ण प्रसाद गारगा एवं विष्णुवर्धन गौड़ पंजाला और एमआर अर्जुन एवं ध्रुव कपिला की पुरुष युगल जोड़ी भी मैदान में हैं।
राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद भी बुल्गारिया की गैब्रिएला स्टोएवा और स्टेफनी स्टोएवा की बहनों की जोड़ी के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करेंगी।
तनीषा क्रास्टो और अश्विनी पोनप्पा तथा पांडा बहनों रुतपर्णा और स्वेतापर्णा से भी इस सप्ताह कुछ अच्छे परिणाम की उम्मीद होगी।
मिश्रित युगल प्रतियोगिता में एन सिक्की रेड्डी और अश्विनी भी अपने-अपने जोड़ीदार रोहन कपूर और बी सुमित रेड्डी के साथ चुनौती पेश करेंगे।