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WPL 2023 में सबसे महंगी खिलाड़ी रही स्मृति मंधाना, टूर्नामेंट में नहीं कर सकी धमाल

महिला प्रीमियर लीग 2023 के उद्घाटन संस्करण में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम का सफर 21 मार्च को खत्म हो गया है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी। वहीं मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेला गया अंतिम मुकाबला भी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर जीत नहीं सकी। इस मैच में बाएं हाथ की बल्लेबाज स्मृति मंधाना के नेतृत्व में खेल रही बैंगलो को मुंबई इंडियंस से चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की टीम ने महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) टी20 मुकाबले में मंगलवार को यहां मुंबई इंडियन्स के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 125 रन बनाये। आरसीबी के लिए रिचा घोष ने 13 गेंद में 29 रन की आक्रामक पारी खेली।एलीस पेरी ने भी 29 रन का योगदान दिया। मुंबई के लिए अमेलिया केर ने चार ओवर में 22 रन देकर तीन विकेट चटकाये।

वहीं बाद में बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई इंडियन्स ने आरसीबी को चार विकेट से शिकस्त दी। मुंबई की टीम ने आरसीबी द्वारा दिए गए लक्ष्य को 16.3 ओवर में छह विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया। मुंबई के लिए अमेलिया केर ने सबसे ज्यादा नाबाद 31 रन का योगदान दिया।

फ्लॉप साबित हुई स्मृति
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम की कप्तानी का जिम्मा भारतीय टीम की दिग्गज खिलाड़ी स्मृति मंधाना को दिया गया था। इस टूर्नामेंट में स्मृति मंधाना को बेंगलुरु ने 3.4 करोड़ रुपये में कई उम्मीदों के साथ टीम में जगह दी थी। इस टूर्नामेंट में स्मृति अपने बल्ले या कप्तानी के हुनर का कोई जलवा नहीं दिखा सकी। अंतरर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने बल्ले के दम पर सुर्खियां बटोरने वाले स्मृति टी20 क्रिकेट के फॉर्मेट महिला प्रीमियर लीग में कोई उपलब्धि हासिल नहीं कर सकी। इस टूर्नामेंट में स्मृति टॉप 15 शीर्ष खिलाड़ियों की सूची से भी बाहर रहीं, जिन्होंने सर्वाधिक रन बनाए थे।

अर्धशतक के लिए तरसी
स्मृति मंधाना अपने बल्ले के जरिए गेंदबाजों के छ्क्के छुड़ाने में माहिर है। मगर प्रीमियर लीग में उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। बैंगलोर की कप्तानी करते हुए स्मृति ने आठ मुकाबले खेलते हुए कुल 149 रन बनाए। उनका सर्वाधिक स्कोर 37 रन का रहा। पूरे टूर्नामेंट में स्मृति ने सिर्फ 22 चौके और तीन छक्के ही जड़े है। स्मृति मंधाना का खिलाड़ी के तौर पर और बैंगलुरु की कप्तान के तौर पर ये सीजन काफी बुरा साबित हुआ है। लीग का पहला सीजन टीम के लिए बुरे सपने के बराबर है। कई शानदार खिलाड़ियों वाली टीम आठ में से सिर्फ दो मुकाबले जीत सकी और पॉइंट्स टेबल में अंतिम पायदान पर काबिज हुई।

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