राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) की खेल विज्ञान और चिकित्सा टीम वनडे विश्व कप से पहले तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की वापसी सुनिश्चित करने के लिए अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ रही है लेकिन कोई भी पक्के तौर पर यह नहीं कह सकता कि वह आयरलैंड के खिलाफ अगले महीने होने वाली तीन मैचों की टी-20 श्रृंखला के लिए पूरी तरह फिट हो पाएंगे या नहीं।
यहां तक कि अगर 29 वर्षीय बुमराह 18 अगस्त से शुरू होने वाले आयरलैंड दौरे पर जाते हैं तब भी इसकी संभावना बहुत कम है कि वह तीनों मैच में खेल पाएंगे। इन मैचों का आयोजन एक दिन के अंतराल पर किया जाएगा।
बुमराह पीठ के निचले हिस्से में ‘स्ट्रेस फ्रैक्चर’ के इलाज के लिए हुई सर्जरी से उबर रहे हैं।
विश्वकप को देखते हुए लक्ष्य वनडे में वापसी करना होगा लेकिन उनकी फिटनेस का आकलन कर रहे लोग चाहेंगे कि यह तेज गेंदबाज चार ओवर के स्पेल से शुरुआत करे।
हालांकि इसकी पुष्टि की जा सकती है कि अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति को अभी तक फिजियो और चिकित्सकों से बुमराह की आयरलैंड दौरे के लिए वापसी को लेकर हरी झंडी नहीं मिली है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सूत्रों ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा,‘‘ अभी तक एक अलिखित नियम चलता रहा है कि अगर कोई चोट से उबर कर लंबे समय बाद वापसी करता है तो उसे अपनी फिटनेस साबित करने के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलना होगा। मुझे लगता है कि एनसीए और चयन समिति में उन्हें छूट दी है क्योंकि वह देवधर ट्रॉफी के मैचों के लिए पश्चिम क्षेत्र की टीम में शामिल नहीं हैं।’’
उन्होंने कहा,‘‘ इसका मतलब यह भी है कि वह भी मैच खेलने के लिए तैयार नहीं है नहीं तो वह देवधर ट्रॉफी का एक मैच खेलता।’’
आयरलैंड दौरे के लिए टीम की घोषणा कुछ दिनों में की जाएगी और इस बीच बुमराह को उबरने का पूरा मौका मिल जाएगा।सूत्रों ने कहा,‘‘ आयरलैंड दौरे के लिए चयन बैठक से पहले एनसीए के फिजियो अगरकर और उनकी टीम को सभी खिलाड़ियों की फिटनेस रिपोर्ट देंगे। यदि फिजियो की रिपोर्ट में यह बात होती है कि बुमराह चार ओवर करने के अलावा 16 ओवर तक क्षेत्ररक्षण करने में सक्षम हैं और उसके बाद वनडे में 40 ओवर तक क्षेत्ररक्षण कर सकते हैं तो फिर उनका चयन किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा,‘‘ अभी तक की जानकारी के अनुसार पैनल को उनसे हरी झंडी नहीं मिली है।