भारत ने त्रिकोणीय अंतरराष्ट्रीय फुटबाल टूर्नामेंट के पहले मैच में म्यामां को 1-0 से हराया लेकिन मुख्य कोच इगोर स्टिमक का मानना है कि मेजबान टीम के दबदबे को देखते हुए उसे बड़े अंतर से जीत दर्ज करनी चाहिए थी।
कप्तान सुनील छेत्री से जुड़े दो फैसलों के कारण भारत दो गोल नहीं कर पाया। इसमें पहले हाफ में भारत को पेनल्टी नहीं दी गई जबकि एक अवसर पर ऑफसाइड होने के कारण गोल अमान्य करार दिया गया। स्टिमक ने कहा कि उनके लिए स्कोर लाइन 1-0 नहीं बल्कि 3-0 है।
भारतीय कोच स्टिमक ने कहा,‘‘ मैं अपने खिलाड़ियों से कुछ नहीं कह सकता क्योंकि उन्होंने वैसा ही खेल दिखाया जैसा हम चाहते थे। गोलकीपर अमरिंदर ने बेहतरीन खेल दिखाया और सुनील दुर्भाग्यपूर्ण रहा जो गोल नहीं कर पाया। वह गोल करने के लिए भूखा था और हैट्रिक बना सकता था।’’
कई को उम्मीद नहीं थी इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) फाइनल के केवल चार दिन बाद छेत्री पूरे 90 मिनट तक खेलेंगे लेकिन भारतीय कप्तान की प्रतिबद्धता और गोल करने की भूख को देखते हुए स्टिमक ने उन्हें पूरे समय तक मैदान में बनाए रखने का फैसला किया।
कोच ने कहा,‘‘ सुनील पहला खिलाड़ी था जो आईएसएल फाइनल के बाद शिविर में पहुंचा। उसने राष्ट्रीय टीम से जुड़ने में एक मिनट का समय भी बर्बाद नहीं किया। इससे उसकी भूख और प्रतिबद्धता का पता चलता है। वह टीम के सबसे फिट खिलाड़ियों में से एक है और लगातार तीन दिन तक खेल सकता है।