सुदेवा दिल्ली एफसी ने बुधवार को एलेक्स एम्ब्रोस को अपना मुख्य कोच नियुक्त नहीं करने का फैसला किया क्योंकि अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने संकेत दिया कि वह नाबालिग से जुड़े कथित यौन दुर्व्यवहार के आरोपी व्यक्ति की नियुक्ति को स्वीकार नहीं करेगा।
दिल्ली के क्लब ने एआईएफएफ से मंजूरी के लिए आवेदन किया था क्योंकि केंद्रीयकृत पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) के तहत खिलाड़ियों और कर्मचारियों का पंजीकरण कराना अनिवार्य है।
एम्ब्रोस को पिछले साल यूरोप के प्रशिक्षण और अनुभव दौरे के दौरान कथित यौन दुराचार के आरोप में भारतीय महिला अंडर-17 टीम के सहायक कोच के पद से बर्खास्त कर दिया गया था।
दिल्ली की एक अदालत ने फरवरी में द्वारका के एक पुलिस स्टेशन में यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज होने के बाद उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था। एम्ब्रोस ने आरोपों से इनकार किया है।
सुदेवा दिल्ली एफसी के मालिक अनुज गुप्ता ने बुधवार को पीटीआई से कहा, ‘‘पूरे परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए और प्रशंसकों और अन्य हितधारकों से किसी भी संभावित प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, हमने आगे नहीं बढ़ने और उन्हें (एम्ब्रोस को) अपने क्लब के कोच के रूप में नियुक्त नहीं करने का फैसला किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘करार (एम्ब्रोस के साथ) अभी तक पूरा नहीं हुआ है और उसके प्रति हमारा कोई वित्तीय दायित्व नहीं है। इसलिए हम टीम कोच के रूप में हमारी नियोजित नियुक्ति के रूप में (एम्ब्रोस के साथ) आगे नहीं बढ़ रहे हैं।