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Sunil Gavaskar Turns 74: जानें लिटिल मास्टर के करियर के खास और यादगार पलों के बारे में

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर आ ज 74 साल के हो गए है। ‘लिटिल मास्टर’ और ‘सनी‘ के नाम से फेमस सुनील गावस्कर ने क्रिकेट करियर के दौरान कई शानदार रिकॉर्ड कायम किए है। वर्ष 1949 को मुंबई में जन्में सुनील गावस्कर ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने करियर के दौरान क्रिकेट की शोभा को बढ़ाया है। 

उनके नाम कई शानदार रिकॉर्ड हैं जो उन्होंने अपने करियर के दौरान अपने दमदार खेल के दम पर हासिल किए है। सुनील गावस्कर टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन बनाने वाले पहले बैटर हैं। सुनील गावस्कर वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना डेब्यू टेस्ट मैच खेलने के दौरान चर्चा में आए थे। उन्होंने बल्लेबाजी में कई शानदार रिकॉर्ड भी ध्वस्त किए है। कई रिकॉर्ड ऐसे भी हैं जो उनके द्वारा बनाने के बाद आज तक सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे बल्लेबाज भी नहीं तोड़ सके है। वर्ष 1971 और 1987 के बीच उन्होंने कई शानदार इनिंग्स खेली है, जिससे वो दिग्गजों की कतार में आए है।

गौरतलब है कि सुनील गावस्कर 1983 में भारत की पहली विश्व कप विजेता टीम के सदस्य थे। उनके करियर के दौरान एक समय ऐसा भी था कि उन्हें पास टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक सेंचुरी बनाने का रिकॉर्ड था। इससे साफ है कि वो कितने विस्फोटक बल्लेबाज थे। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 10 हजार से अधिक रन बनाए है। उन्होंने 45 अर्धशतक और 34 शतक के साथ अपने करियर को विराम दिया था। उन्होंने टेस्ट में 10,122 रन बनाए थे।

बता दें कि सुनील गावस्कर ने 125 टेस्ट मैच भारत के लिए खेले हैं। उन्होंने कुल 34 सेंचुरी लगाई है। कई लोगों का अनुमान था कि इस रिकॉर्ड को तोड़ना नामुमकिन है, जबतक वर्ष 2005 में सचिन तेंदुलकर ने इस रिकॉर्ड को ध्वस्त नहीं कर दिया था। ‘लिटिल मास्टर’ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 27 टेस्ट मैचों में 13 शतक लगाए। जैसा कि इतिहास गवाह है, कैरेबियाई टीम 70 और 80 के दशक में एक मजबूत रेड-बॉल टीम थी, लेकिन जहां ज्यादातर बल्लेबाज असफल होते थे या टिके नहीं रहते थे, गावस्कर ने जीत हासिल की और दुनिया के कुछ सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों के खिलाफ बल्लेबाजी के मील के पत्थर को पार करते हुए आगे बढ़े।

1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली श्रृंखला में सफलता के बाद, गावस्कर इंग्लैंड के खिलाफ अपनी अगली सीरीज में खास कमाल नहीं कर सके। इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ हुई सीरीज में उन्होंने सभी आलोचकों का मुंह बंद किया और शतक जड़ते हुए धमाकेदार 101 रनों की पारी खेली। सलामी बल्लेबाज ने 1974 में इंग्लैंड के टेस्ट दौरे पर भारत की पहली पारी में शानदार 101 रन बनाकर सभी संदेहों को दूर कर दिया। इसके बाद उन्होंने दूसरी पारी में भी अर्धशतक बनाया, लेकिन बल्ले से उनकी वीरता मुकाबले में भारत को हार टालने में मदद नहीं कर सका।

गावस्कर शायद ही कभी वेस्टइंडीज के होल्डिंग, मार्शल, रोबेट्स और गार्नर जैसे तेज गेंदबाजों से हैरान या भयभीत हुए हों। उन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी पहली श्रृंखला में 774 रन बनाए थे और उनके नाम एक दोहरा शतक भी था। इस सीरीज में भारत ने पहली बार वेस्टइंडीज को मात देकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी जिसके हीरो सुनील गावस्कर थे। बता दें कि सुनील गावस्कर सिर्फ एक बल्लेबाज ही नहीं थे बल्कि दमदार फिल्डर भी थे। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 108 कैच पकड़े थे।

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