गीली आउटफील्ड के कारण भारत का शनिवार को यहां कनाडा के खिलाफ टी20 विश्व कप का अंतिम ग्रुप मैच एक भी गेंद खेले बिना रद्द हो गया।
दोनों टीमों को एक एक अंक मिला। भारत सात अंक से ग्रुप ए में शीर्ष पर रहा। अमेरिका (पांच अंक) ग्रुप से क्वालीफाई करने वाली दूसरी टीम रही। कनाडा तीन अंक लेकर तीसरे स्थान पर रहा।
खराब मौसम ने भारत की सुपर आठ के लिए अपनी तैयारी को मजबूत करने की उम्मीदों में बाधा पहुंचायी। लेकिन ग्रुप चरण के शानदार अभियान के बाद आत्मविश्वास से भरी टीम अगले चरण के लिये कैरेबियाई सरजमीं पर जायेगी।
यह आत्मविश्वास मुख्य रूप से तीन ग्रुप मैच में तेज गेंदबाजों के प्रदर्शन से मिला है जिसमें मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, हार्दिक पंड्या और मोहम्मद सिराज ने मिलकर 20 विकेट चटकाये।
निश्चित रूप से इन्हें नासाउ काउंटी स्टेडियम मददगार ‘ड्रॉप इन’ पिच मिली और अब आगामी मैचों में उन्हें वेस्टइंडीज में खेलने के लिए पारंपरिक पिचें मिलेंगी।
पिच से निश्चित रूप से मदद मिली लेकिन भारतीय तेज गेंदबाजों ने भी तकनीकी समझ और परिस्थितियों को समझकर उनका फायदा उठाया। अर्शदीप से बेहतर कोई नहीं दिखा।
कप्तान रोहित शर्मा, ऋषभ पंत और सूर्यकुमार यादव द्वारा रन जुटाना सकारात्मक रहा जिसके अलग कारण रहे। रोहित और सूर्यकुमार दोनों ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। जिससे वे अब सुपर आठ में और बेहतर करना चाहेंगे।
वहीं पंत ने दिल्ली कैपिटल्स की अगुआई करते हुए आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन दिखाया। पंत ने पूरे आत्मविश्वास के साथ यहां की परीक्षा में सफलता हासिल की। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने कई शॉट खेले। विकेट के पीछे उनका प्रयास भी उतना ही अच्छा रहा।
हार्दिक भी आईपीएल में मुंबई इंडियंस की कप्तानी के दौरान शांत रहने के बाद विश्व कप में मजबूत नजर आये। हालांकि उनकी बल्लेबाजी अब भी शीर्ष गियर में नहीं पहुंची है। लेकिन गेंदबाज के तौर पर उन्होंने अपनी गति और वैरिएशन से बल्लेबाजों को परेशान किया।
पर सबकुछ अच्छा नहीं था।
कुछ हद तक अक्षर पटेल को छोड़कर किसी भी स्पिनर को ग्रुप चरण में ‘गेम टाइम’ नहीं मिला।
अक्षर ने तीन मैच में छह ओवर फेंके और तीन विकेट लिये। वहीं दूसरे स्पिनर रविंद्र जडेजा ने आयरलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ ग्रुप चरण में सिर्फ तीन ओवर फेंके।
बायें हाथ के इस स्पिनर को अमेरिका के खिलाफ इस्तेमाल भी नहीं किया गया था।
टीम के अन्य स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल बिना किसी ‘गेम टाइम’ के सुपर आठ में प्रवेश करेंगे। अगर कनाडा के खिलाफ मैच हुआ होता तो वे कुछ अच्छा कर सकते थे।
वेस्टइंडीज की पिचों से स्पिनरों को धीरे धीरे मदद मिलने की उम्मीद है।