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T20 World Cup: दो गुटों में बंटी पाकिस्तान टीम, PCB में भी हो रही गुटबाजी

टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बीच भी पाकिस्तान टीम में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। मेजबान अमेरिका और फिर भारत के खिलाफ मिली हार के बाद पाकिस्तान टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर है। इस बीच खबर है कि टीम दो गुटों में बंटी हुई है। ये पूरा हंगामा शाहीन अफरीदी को कप्तानी से हटाकर बाबर को फिर से कप्तान बनाने के कारण उपजा है। 
हालात ये हैं कि बाबर कुछ खिलाड़ियों को पसंद नहीं करते तो कुछ उन्हें इज्जत ही नहीं देते। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं, लेकिन बोर्ड में भी गुटबाजी चल रही है। क्रिकेट पाकिस्तान वेबसाइट के अनुसार सूत्रों ने राष्ट्रीय टीम के भीतर गहरे मतभेद का खुलासा किया है। इसमें कहा गया है कि, खिलाड़ियों के बीच गुटबाजी हो रही है।
कप्तानी विवाद ने दोस्तों को प्रतिद्वंद्वी बना दिया है। कई खिलाड़ी केवल जरूरत पड़ने पर ही बातचीत करते हैं, जो टीम की बिखरी हुई स्थिति को दर्शाता है। बोर्ड के अधिकारी कथित तौर पर 15 सदस्यीय टीम के बीच मतभेद की हद से हैरान हैं। सूत्रों का कहना है कि कुछ समय पहले तक बाबर आजम और शाहीन अफरीदी के बीच ऐसी दोस्त थी कि, कप्तान बदलने के बारे में सोचना भी गुनाह लगता था। 
हालांकि, जब बाबर की जगह शाहीन अफरीदी को कप्तान बनाया गया और उन्होंने जिम्मेदारी स्वीकार की, तो उनके रिश्ते में दरार आ गई। स्थिति और जटिल इस वजह से हो गई कि टीम के कई स्टार खिलाड़ियों का एजेंट एक ही है, जिसके पूर्व क्रिकेर्स से भी करीबी संबंध हैं। समर्थन के इस नेटवर्क के कारण इन स्टार खिलाड़ियों की आलोचना करने वाले किसी भी व्यक्ति की सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग होने लगती है। 
वहीं अधिकारियों का मानना है कि इससे बाबर की छवि क्रिकेट से परे हो गई है। जिससे टीम के भीतर समस्याएं पैदा हो रही हैं। कप्तानी से हटाए जाने के बाद, बोर्ड के साथ बाबर की बातचीत लगभग टूट गई थी, लेकिन नए प्रबंधन के आने के बाद इसमें सुधार हुआ। शाहीन को एक सीरीज के बाद कप्तानी से हटा देना और मीडिया में फर्जी बयान जारी करना उन्हें बेहद दुखी कर गया।
साथ ही अनौपचारिक तौर पर उन्हें उपकप्तानी की पेशकश की गई थी, लेकिन बोर्ड ने आधिकारिक तौर पर इससे इन्कार कर दिया, जिससे उनकी नाराजगी और बढ़ गई। इन मुद्दों के बावजूद शाहीन ने टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन जारी रखा। सूत्रों से पता चलता है कि बाबर को कप्तान के तौर पर वह सम्मान नहीं मिल रहा है, जिसके वह हकदार हैं। खिलाड़ियों को लगता है कि जरूरत पड़ने पर वह उनका साथ नहीं देते। 
पीसीबी के अंदर गुटबाजी
इमाद वसीम और मोहम्मद आमिर को बाब पसंद नहीं करते हैं, लेकिन संन्यास वापस लेने के बाद दोनों की टीम में शामिल किया गया। जिससे टीम का संयोजन प्रभावित हुआ। इस बीच शादाब खान और इफ्तिखार अहमद को खराब प्रदर्शन के बावजूद मौके मिलते रहे। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को वर्ल्ड कप से पहले इन मुद्दों की जानकारी थी, लेकिन उसने टूर्नामेंट के महत्व को देखते हुए तत्काल कार्रवाई नहीं करने का फैसला किया।

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