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ओलंपिक में डिसक्वालिफाई होने के बाद विनेश फोगाट ने कुश्ती को अलविदा कह दिया है। भले ही उन्होंने आवेश में आकर ये फैसला लिया है मगर वो कई ऐसी कीर्तिमान बना गई है जिन्हें आने वाले कई वर्षों तक याद रखा जाएगा। महिला पहलवानों के लिए इन रिकॉर्ड को तोड़ना बेहद मुश्किल है। विनेश फोगाट भले ही मेडल ना जीत सकी हों मगर वो देश के बेहतरीन पहलवानों की सूची में शीर्ष पर जरुर काबिज है।
बता दें कि विनेश फोगाट सबसे पहले रियो ओलंपिक 2016 में दिखी थी। इसके बाद उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 और पेरिस ओलंपिक 2024 में भी हिस्सा लिया। इसके अलावा विनेश की झोली में कुल तीन कॉमनवेल्थ गेम्स शामिल है। इसके अलावा वो दो वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ड मेडल जीत चुकी है। एक एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक भी अपने नाम किया। वह 2021 में एशियाई चैंपियन भी रहीं।
वह अपनी चचेरी बहन गीता फोगट और बबीता कुमारी के पदचिन्हों पर चलती हैं और वह एक प्रसिद्ध कुश्ती परिवार से ताल्लुक रखती हैं तथा उनके चाचा महावीर सिंह फोगट ने उन्हें बहुत कम उम्र में ही इस खेल से परिचित कराया था। शानदार जूनियर करियर के बाद, विनेश ने 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में अपना पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता, जिसमें उन्होंने 48 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने इस्तांबुल में ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट जीतकर रियो 2016 के लिए अपना कोटा स्थान पक्का कर लिया। लेकिन रियो में, क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के बाद, पदक जीतने का उनका सपना टूट गया, क्योंकि मुकाबले के बीच में ही उनका दाहिना घुटना उखड़ गया।