विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट समेत देश के शीर्ष पहलवानों ने 18 जनवरी को भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर मंतर पर धरना दिया। इस दौरान विनेश फोगाट ने बृजभूषण शरण सिंह पर तानाशाही रवैया अपनाने समेत कई गंभीर आरोप लगाए।
इस दौरान पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि वे हमारे निजी जीवन में दखल देते है। फेडरेशन के अध्यक्ष हमें काफी परेशान करते हैं। हमारा शोषण किया जा रहा है। जब हम ओलंपिक में गए थे तो हमारे पास फिजियो या कोच नहीं था। उन्होंने कहा कि जब से हमने आवाज उठाई है, हमें धमकाया जा रहा है। कोच महिलाओं को प्रताड़ित कर रहे हैं और फेडरेशन के चहेते कुछ कोच महिला कोचों के साथ भी बदसलूकी करते हैं. वे लड़कियों का यौन उत्पीड़न करते हैं। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न भी किया है। सिर्फ यही नहीं विनेश फोगाट ने कहा कि जब हाई कोर्ट हमें निर्देश देगा तब हम सभी सबूत पेश करेंगे। हम पीएम को सभी सबूत सौंपने को भी तैयार हैं।
इस दौरान बजरंग पुनिया ने कहा कि पहलवान फेडरेशन में चल रही तानाशाही को बर्दाश्त नहीं करना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रबंधन में जल्द से जल्द बदलाव किया जाए। हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री हमारा समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि यहां की लड़कियां सम्मानित परिवारों से हैं। अगर हमारी बहन-बेटियां यहां सुरक्षित नहीं हैं तो हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते। हम मांग करते हैं कि महासंघ को बदला जाए।
इस मामले पर ओलंपिक पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि पूरे फेडरेशन को हटा देना चाहिए ताकि नए पहलवानों का भविष्य सुरक्षित रहे। एक नया संघ अस्तित्व में आना चाहिए। निचले स्तर से गंदगी फैली हुई है। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से बात करेंगे और इस मामले पर पूरा विवरण देंगे। कुछ मामलों पर जांच होनी चाहिए।
बजरंग पुनिया ने किया था ट्विट
बजरंग पुनिया ने ट्विट किया कि खिलाड़ी पूरी मेहनत कर देश को मेडल दिलाता है लेकिन फेडरेशन ने हमें नीचा दिखाने के अलावा कुछ नहीं किया है। मनचाहे कानून लगाकर खिलाड़ियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। फेडरेशन का काम खिलाड़ियों का साथ देना, उनकी खेल की जरुरतों का ध्यान रखना होता है। कोई समस्या हो तो उसका निदान करना होता है। अगर फेडरेशन ही समस्या खड़ी करे तो क्या किया जाए? अब लड़ना होगा, हम पीछे नहीं हटेंगे।