नयी दिल्ली। केंद्रीय खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि हर कोई चाहता है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे पहलवानों को इंसाफ मिले लेकिन यह कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही संभव है।
ठाकुर के इस बयान से दो दिन पहले एक महीने से अधिक समय से धरने पर बैठे शीर्ष पहलवानों ने अपने पदक हरिद्वार में गंगा नदी में बहाने की धमकी दी थी।
ठाकुर ने टाइम्स नेटवर्क द्वारा आयोजित आर्थिक सम्मेलन में एक प्रश्न उत्तर सत्र में कहा ,‘‘ सरकार भी निष्पक्ष जांच चाहती है। हम सभी चाहते हैं कि न्याय मिले लेकिन इसके लिये कानूनी प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार करना होगा।’’
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उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है जो भाजपा सांसद बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर सरकार द्वारा नियुक्ति समिति की रिपोर्ट के बाद दर्ज किया गया था।
यह पूछने पर कि आरोपी भाजपा सांसद होने की वजह से क्या कार्रवाई में विलंब हो रहा है, उन्होंने कहा ,‘‘ पक्षपात का कोई सवाल ही नहीं है। हम सभी जांच जल्दी पूरी होने के पक्ष में हैं।’’
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ठाकुर ने कहा कि सरकार ने पहलवानों की हर बात मानी और आरोपों की जांच के लिये समिति का भी गठन किया जिसमें उनके कहने पर सदस्य जोड़े गए। इसके अलावा भारतीय ओलंपिक संघ ने डब्ल्यूएफआई के कामकाज के संचालन के लिये प्रशासकों की समिति का गठन किया।
उन्होंने कहा ,‘‘ कोई भी खिलाड़ी हो या महिला हो, अगर कोई अत्याचार हुआ है तो उसे जल्दी इंसाफ मिलना चाहिये। पहलवानों का जो मामला है , वह सात साल पुराना है और जनवरी में हमने उनसे पूछा भी था कि कोई एफआईआर दर्ज करनी है तो उन्होंने कहा था कि वे सिर्फ सरकार का दखल चाहते हैं।