पूर्व भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भारतीय क्रिकेट में चीजों को सामान्य बनाने की जरूरत पर जोर दिया है। उनकी ये टिप्पणी टीम के अंदर सुपरस्टार कल्चर को खत्म करने की मांग के बीच आई है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के हाथों भारत की हार के बाद इस पर जोर दियागया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने तमाम तरह की पाबंदियां खिलाड़ियों पर लगाई हैं।
आर अश्विन अब अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किए गए एक वीडियो में कहा है कि खिलाड़ी एक्टर नहीं होते। उन्होंने ये भी कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम में सुपरस्टारडम को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए। तमिलनाडु के स्पिनर ने कहा कि क्रिकेटरों को ऐसा होना चाहिए जिससे आम आगे जुड़ सकें। उन्होंने आगे बढ़ने के लिए चीजों को सामान्य करने की तत्काल आवश्यकता पर भी जोर दिया है।
ऑफ स्पिनर ने कहा कि, भारतीय क्रिकेट में चीजों को सामान्य बनाना अहम है। हमें भारतीय क्रिकेट टीम में सुपरस्टारडम और सुपर सेलेब्रिटीज कल्चर को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। हमें आगे बढ़ते हुए इन सभी चीजों को सामान्य बनाना चाहिए। हम क्रिकेटर हैं। हम एक्टर या सुपरस्टार नहीं हैं। हम खिलाड़ी हैं और हमें ऐसा व्यक्ति होना चाहिए, जिससे आम लोग जुड़ सकें और जिससे वे अपनी तुलना कर सकें।
उन्होंने आगे कहा कि, उदाहरण के लिए अगर आप रोहित शर्मा या विराट कोहली हैं, जिन्होंने बहुत कुछ हासिल किया है। जब आप एक और शतक लगाते हैं तो ये सिर्फ आपकी उपलब्धि के बारे में नहीं रह जाता। ये हमेशा की तरह ही होना चाहिए और हमारे लक्ष्य इन उपलब्धियों से बड़े होने चाहिए। टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने इस सुपरस्टार कल्चर को खत्म करने की ओर कदम बढ़ाया है। बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को साफ हिदायत दी है कि अब कोई भी खिलाड़ी टीम से अलग ट्रेवल नहीं करेगा। सभी टीम बस में यात्रा करेंगे।