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विंबलडन 2023 में महिला एकल के फाइनल मुकाबले में इतिहास रचते हुए चेक गणराज्य की 24 वर्षीय खिलाड़ी मार्केटा वोंद्रोसोवा ने खिताब हासिल किया है। उन्होंने फाइनल मुकाबले में 15 जुलाई को ट्यूनीशिया की ओन्स जाबेउर को सीधे सेटों में हराया है। वोंद्रोसोवा खिताब जीतने वाली सबसे कम रैंकिंग की और पहली गैर वरीयता प्राप्त खिलाड़ी है।
मार्केटा वोंद्रोसोवा ने 6-4 और 6-4 से ओन्स जाबेउर को शिकस्त देकर खिताब पर कब्जा किया है। ये उनके करियर का पहला ग्रैंड स्लैम है। इस जीत के साथ उन्होंने इतिहास भी रच दिया है। पिछले साल की उपविजेता और छठी वरीयता प्राप्त जाबेउर इस वर्ष भी खिताब हासिल करने से चूक गई। इससे पहले मार्केटा वोंद्रोसोवा वर्ष 2019 में फ्रेंच ओपन के फाइनल तक पहुंचने में सफल हुई थी मगर तब वो खिताब नहीं जीत सकी थी।
वहीं इस बार विंबलडन 2023 की शुरुआत में ये किसी को अंदाजा नहीं था कि मार्केटा वोंद्रोसोवा खिताब पर कब्जा जमा लेंगी। वह खिताब जीतने के लक्ष्य के साथ ऑल इंग्लैंड क्लब में नहीं आई थी। लेकिन उनका यह दौरा यादगार बन गया और वह ग्रैंड स्लैम चैंपियन बनकर घर लौटेगी। वोंद्रोसोवा ने मैच के बाद कहा,‘‘ मैं वास्तव में नहीं जानती कि अभी क्या हो रहा है। यह शानदार एहसास है। मैं जिस दौर से गुजरी उसे देखते हुए यह वास्तव में शानदार है कि मैं यहां खड़ी हूं और मेरे हाथ में ट्रॉफी है।’’
पिछले साल चोटिल थी वोंद्रोसोवा
बता दें कि पिछले साल अप्रैल से अक्टूबर तक चोटिल होने के कारण वोंद्रोसोवा बाहर रही थी। इसका आलम ये रहा था कि वर्ष 2022 के अंत में उनकी रैंकिंग 99 पर पहुंच गई थी। वहीं चोटिल होने के कारण ही उन्होंने पिछले वर्ष विंबलडन में भाग नहीं लिया था। बाएं हाथ से खेलने वाली वोंद्रोसोवा की विश्व रैंकिंग 42 है और वह पिछले 60 वर्षों में विंबलडन में फाइनल में खेलने वाली पहली गैर वरीयता प्राप्त खिलाड़ी बनी थी।
उनसे पहले यहां 1963 में फाइनल में पहुंचने वाली आखिरी गैर वरीयता प्राप्त खिलाड़ी बिली जीन किंग थी जो वेल्स की राजकुमारी केट के साथ रॉयल बॉक्स में उपस्थित थी। मैच के बाद किंग ने वोंद्रोसोवा को गले लगाया और कहा,‘‘ पहली गैर वरीयता प्राप्त खिलाड़ी। मुझे बहुत अच्छा लगा।’’ तेज हवा चलने के कारण सेंटर कोर्ट को छत से ढक दिया गया था जिसका वोंद्रोसोवा ने पूरा फायदा उठाया। उनके बाएं हाथ से लगाए गए शॉट अक्सर सही जगह पर गिरे। वोंद्रोसोवा दोनों सेट में पिछड़ रही थी लेकिन पहले सेट में उन्होंने लगातार चार अंक बनाकर जीत दर्ज की जबकि दूसरे सेट में अंतिम तीन गेम जीतकर खिताब अपने नाम किया। यह उनका पहला ग्रैंड स्लैम खिताब है। वह 2019 में फ्रेंच ओपन के फाइनल में हार गई थी। वर्तमान टूर्नामेंट से पहले विंबलडन में उनका रिकॉर्ड 1-4 था लेकिन इस बार उन्होंने लगातार सात मैच जीतकर खिताब अपने नाम किया।
तीसरी बार ग्रैंड स्लैम फाइनल हारी ओन्स
जाबेउर तीसरी बार ग्रैंड स्लैम फाइनल में हारी है। ट्यूनीशिया की यह 28 वर्षीय खिलाड़ी किसी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाली पहली अरब महिला और उत्तरी अफ्रीका की एकमात्र महिला खिलाड़ी है। वह पिछले साल ऑल इंग्लैंड क्लब में इलेना रायबाकिना से जबकि अमेरिकी ओपन में इगा स्वियातेक से हार गई थी। जाबेउर ने कहा,‘‘ मुझे लगता है कि यह मेरे करियर की सबसे पीड़ादायक हार है। आज का दिन मेरे लिए बेहद मुश्किल भरा रहा लेकिन मैं हार नहीं मानूंगी। मैं दमदार वापसी करूंगी और एक दिन जरूर ग्रैंड स्लैम जीतने में सफल रहूंगी।