भारत ने एफआईएच पुरूष हॉकी विश्व कप में रविवार को इंग्लैंड से गोलरहित ड्रॉ खेला हालांकि टीम क्वार्टर फाइनल में सीधे प्रवेश की दौड़ में बनी हुई है।
खचाखच भरे बिरसा मुंडा स्टेडियम में पूल डी के कांटे के मैच में दोनों टीमें कई मौके मिलने के बावजूद उसे भुना नहीं सकी।
इंग्लैंड को मैच में आठ और भारत को चार पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन मेजबान टीम का पेनल्टी कॉर्नर डिफेंस जबर्दस्त था।
अब इंग्लैंड और भारत के दो मैचों में चार चार अंक है और ग्रुप में शीर्ष पर रहने वाली टीम सीधे क्वार्टर फाइनल में जायेगी।
भारत को आखिरी लीग मैच में 19 जनवरी को वेल्स से खेलना है जबकि इंग्लैंड का सामना स्पेन से होगा।
दोनों टीमों के अगर समान अंक रहे तो बेहतर गोल औसत वाली टीम अंतिम आठ में जायेगी। इंग्लैंड का गोल औसत अभी प्लस पांच है जिसने पहले मैच में वेल्स को 5 . 0 से हराया था जबकि भारत ने स्पेन को 2 . 0 से मात दी थी।
पहले क्वार्टर में इंग्लैंड का दबदबा रहा जिसे पांच पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन भारत ने जबर्दस्त बचाव किया। भारत को पहला पेनल्टी कॉर्नर मनदीप सिंह ने दिलाया लेकिन कप्तान हरमनप्रीत सिंह उस पर गोल नहीं कर सके।
दूसरे क्वार्टर में वालास जाचारी इंग्लैंड को मिले छठे पेनल्टी कॉर्नर पर गोल नहीं कर सके। इसके तुरंत बाद इंग्लैंड को सातवां पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे अमित रोहिदास ने रोक दिया।
भारत को तीसरा पेनल्टी कॉर्नर हरमनप्रीत ने दिलाया और चौथा भी उसके तुरंत बाद मिला। पहले पर हरमनप्रीत चूके तो दूसरे पर वरूण कुमार गोल नहीं कर सके।
इंग्लैंड को 37वें मिनट में बढत मिल जाती लेकिन डेविड कोंडोन का शॉट बाहर से निकल गया।
इंग्लैंड के सैम वार्ड भी रिवर्स शॉट पर गोल करने के करीब पहुंचे थे जब उनके सामने गोलकीपर पी आर श्रीजेश अकेले थे लेकिन शॉट वाइड चला गया।
आखिरी कुछ मिनट तक भारत को दस खिलाड़ियों के साथ ही खेलना पड़ा जब हार्दिक सिंह चोट के कारण मैदान से बाहर चले गए। इसके बावजूद इंग्लैंड टीम कोई गोल नहीं कर सकी और आखिरी मिनट में उसे मिला पेनल्टी कॉर्नर बेकार गया।
दूसरे पूल मैच में स्पेन ने वेल्स को 5 . 1 से हराया।