टेस्ट क्रिकेट के सबसे अहम मुकाबले की शुरुआत इंग्लैंड के ओवल मैदान में सात जून से शुरू होने वाली है। आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जाना है। इस खिताबी मुकाबले के लिए दोनों ही टीमें इंग्लैंड में कई दिनों से प्रैक्टीस कर रही है। इस फाइनल मुकाबले में अंक तालिका में शीर्ष पर ऑस्ट्रेलिया की टीम थी जबकि भारत की टीम दूसरे स्थान पर थी।
बता दें कि भारतीय टीम का ये लगातार दूसरा फाइनल मुकाबला है। इससे पहले वर्ष 2019-21 के दौरान खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम को न्यूजीलैंड से मात खानी पड़ी थी। ऐसे में इस बार भारतीय टीम जीत हासिल कर लंबे समय से आईसीसी ट्रॉफी के इंतजारो खत्म करना चाहेगी। अगर इस टूर्नामेंट को भारतीय टीम जीतती है तो ये 10 वर्षों के बाद कोई आईसीसी खिताब और आईसीसी ट्रॉफी टीम घर लाएगी।
जानें प्राइज मनी
इस बार जो भी टीम खिताब पर कब्जा करेगी उसे लगभग 13.22 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा। फाइनल में जो टीम हारेगी उसे 6.61 करोड़ रुपये की राशि दी जाएगी। इस बार राशि में कोई बदलाव नहीं किया गया है, पिछली बार भी टीमों को यहीं प्राइज मनी दी गई थी।
ओवल में क्यों हो रहा मुकाबला
इस वर्ष विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल लॉर्ड्स के मैदान पर नहीं खेला जा रहा है। बता दें कि इसके पीछे कई स्पॉन्सर कारण है। इससे पहले वर्ष 2019-21 का संस्करण भी लॉर्ड्स के मैदान पर नहीं खेला गया था। पिछले संस्करण को साउथैम्प्टन के मैदान पर न्यूजीलैंड और भारतीय टीम ने खेला था। इस बार ये मुकाबला लंदन के केनिंग्टन ओवल में होना है।
बारिश होने पर रिजर्व डे पर होगा खेल
बता दें कि अगर इस मुकाबले में बारिश होती है तो फाइनल मुकाबले को रिजर्व डे पर खेला जाएगा। रिजर्व डे तभी उपयोग में लाया जाएगा अगर बारिश के कारण खेल नहीं हो सकेगा।
ड्रॉ होने पर ये बनेगी विजेता टीम
जानकारी के मुताबिक अगर इस मुकाबले में कोई भी टीम विजेता के तौर पर सामने नहीं आती है यानी अगर मैच टाई या ड्रॉ की स्थिति पर खत्म होता है तो भारत और ऑस्ट्रेलिया को इस टूर्नामेंट का संयुक्त रुप से विजेता घोषित किया जाएगा।