भारतीय टीम के युवा बल्लेबाज और ओपनर यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड के खिलाफ विशाखापत्तनम (वाइजैग) के डॉ. वाई.एस. राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे मैच में करियर का दोहरा शतक लगाकर इतिहास रच दिया है। इस मैच में यशस्वी का जलवा देखने को मिला है। पहले दिन युवा बल्लेबाज ने धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए 179 रन बनाए थे और दूसरे ही दिन उन्होंने अपना दोहरा शतक पूरा किया है।
इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के खिलाफ पहले ही दिन सबसे अधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। पहले दिन यशस्वी ने 257 गेंदों में 17 चौके के अलावा 5 छक्कों की मदद से 179 न बनाए थे। दिन का खेल खत्म होने तक वो क्रिज पर डटे रहे। उनकी दमदार पारी की बदौलत भारतीय टीम का स्कोर पहले ही दिन छह विकेट के नुकसान पर 336 रन रहा था।
पहले ही दिन अपने बल्ले से धमाकेदार 179 रन बनाते हुए यशस्वी जायसवाल ने बुद्धि कुंदरन का 60 वर्षों पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। वर्ष 1964 में कुंदरन ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच के पहले ही दिन 170 रन नाबाद बनाए थे और अगले दिन 22 रन बनाए थे। वो इस दौरान दोहरा शतक बनाने से चूक गए थे। गौरतलब है कि किसी भी टीम के खिलाफ टेस्ट मैच के पहले दिन सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड विरेंद्र सहवाग के पास है, जिन्होंने 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए मुल्तान टेस्ट में नाबाद 228 रन बनाए थे।
यशस्वी ने बनाया ये रिकॉर्ड
इंग्लैड के खिलाफ एक दिन में सर्वाधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों की सूची में यशस्वी जायसवाल का नंबर दूसरे स्थान पर आ गया है। इससे पहले गावस्कर ने 1979 में ओवल टेस्ट मैच के दौरान एक दिन में 179 रन बनाए थे। वहीं करुण नायर ने चेन्नई टेस्ट में एक दिन में 232 रन जोड़े थे। इस मैच में यशस्वी जायसवाल ने शानदार पारी खेली है जिसकी हर दिग्गज जमकर तारीफ कर रहा है।
इस मैच में यशस्वी जायसवाल ने दोहरा शतक जड़कर एक और रिकॉर्ड बनाया। वो ऐसे चौथे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने 23 वर्ष से भी कम उम्र में घर और बाहर दोनों ही मैदानों में टेस्ट मैचों में शतक जड़े है। इससे पहले ये कारनामा रवि शास्त्री, सचिन तेंदुलकर, और विनोद कांबली के बल्ले से ही ये पारियां निकली है। यशस्वी ने जब ये शतक जमाया है तो उनकी उम्र 22 साल और 36 दिन की है।