यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को सऊदी अरब की यात्रा शुरू की, जहां वह अरब शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
जेलेंस्की सम्मेलन को संबोधित भी करेंगे, जहां ऐसे नेता मौजूद रहेंगे, जो यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद तटस्थ रुख अपनाए हुए हैं। इसमें साथ ही कई अन्य देशों के नेता भी उपस्थित होंगे, जिनके रूस से मधुर संबंध हैं।
जेलेंस्की ने ट्वीट किया कि उनका मकसद ‘‘द्विपक्षीय संबंधों और अरब जगत के साथ यूक्रेन के संबंधों को बढ़ाना है।’’
उन्होंने अपने ट्वीट में क्रीमिया पर रूस के कब्जे, शांति ‘उपाय’ और ऊर्जा सहयोग आदि विषयों का भी उल्लेख किया।
सम्मेलन में सीरियाई राष्ट्रपति बशर असद भी शामिल होंगे।
गौरतलब है कि गृहयुद्ध शुरू होने पर सीरिया को अलग-थलग किए जाने के लगभग 12 साल बाद अरब जगत में एक बार फिर असद का स्वागत किया गया है।
इस पूरी कवायद को सऊदी अरब के वली अहद मोहम्मद बिन सलमान की उस हालिया रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसके तहत क्षेत्रीय एकता पर बल दिया जा रहा है। हाल में सऊदी अरब ने अपने धुर-विरोधी ईरान के साथ राजनयिक संबंध बहाल किए हैं।
पिछले साल रूस और यूक्रेन के बीच युद्धबंदियों की अदला-बदली में भूमिका निभाने के बाद सऊदी अरब ने दोनों देशों के बीच युद्ध समाप्त करने के मद्देनजर मध्यस्थ्ता की पेशकश भी की थी।