दिल्ली में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 16 टीम को तैनात कर दिया गया है और शुक्रवार सुबह तक हालात सुधरने की उम्मीद है। एनडीआरएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी।
एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक मोहसिन शाहिदी ने यहां संवाददाताओं को बताया कि पूर्वी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली में तीन-तीन टीम, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में पांच, मध्य क्षेत्र में चार जबकि राष्ट्रीय राजधानी के शाहदरा इलाके में एक टीम तैनात की गई है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कुल छह जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक ने कहा, ‘‘ चूंकि, पिछले दो दिनों में दिल्ली में न्यूनतम बारिश हुई है, हमें उम्मीद है कि स्थिति अब स्थिर हो जाएगी और कल सुबह तक हालातबेहतर होने की उम्मीद है।’’
उन्होंने कहा कि उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों और दिल्ली तथा उसके आसपास के स्थानों में पिछले चार-पांच दिनों की भारी बारिश के बाद शहर में यमुना नदी के आसपास के निचले इलाकों में पानी भर गया है।
एनडीआरएफ ने लगभग 1,000 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाला है और लगभग 3,500 स्थानीय लोगों को बचाया है। स्वयंसेवक, जिला प्रशासन और पुलिस भी बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद कर रहे हैं।
पानी का स्तर 3.5 लाख क्यूसेक से घटकर 6,300 क्यूसेक हो गया है और शुक्रवार तक यह और स्थिर हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि ताजा जानकारी के अनुसार, यमुना 208.66 मीटर के स्तर पर बह रही है।
मोहसिन शाहिदी ने कहा,‘‘हालांकि, दिल्ली और उत्तराखंड में बारिश का अनुमान है, लेकिन हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में स्थिति सामान्य होगी। चिंता की कोई बात नहीं है और हम लोगों से अपील करेंगे कि वे सतर्क रहें और बाढ़ प्रभावित इलाकों के पास न जाएं।’’
एनडीआरएफ की सभी टीम के पास नाव, रस्सियां और बचाव के अन्य उपकरण हैं।