पिछले 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिससे प्रमुख शिमला-चंडीगढ़ मार्ग सहित कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जो बसों और ट्रकों के लिए बंद थी। हिमाचल प्रदेश में बारिश से संबंधित घटनाओं में 29 लोगों की मौत हो गई। सोलन के कंडाघाट उपमंडल के जादोन गांव में बादल फटने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। खबरों के मुताबिक, इस घटना में दो घर और एक गौशाला बह गई। इस बीच, हिमाचल प्रदेश के शिमला में सोमवार को भारी बारिश के कारण एक शिव मंदिर ढह जाने से नौ लोगों की मौत हो गई। माना जा रहा है कि भूस्खलन में कई लोग फंसे हुए हैं और पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के अधिकारी बचाव अभियान चला रहे हैं।
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हिमाचल प्रदेश की घटना पर गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भारी वर्षा और भूस्खलन से हुई जनहानि अत्यंत दुःखद है। NDRF की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ राहत व बचाव कार्यों में लगी हैं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ। ईश्वर उन्हें यह दु:ख सहने की शक्ति दें। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राजीव बिंदल से बात की है और बादल फटने और भूस्खलन से हुए नुकसान की जानकारी ली है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश को हर तरह से पूरा सहयोग दिया।
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जुतोग और समर हिल रेलवे स्टेशनों के बीच किमी 92/6-92/7 पर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक भारी बारिश के कारण बह गया है। कंडाघाट-शिमला के बीच ट्रेनों की आवाजाही रद्द कर दी गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि समर हिल इलाके में एक शिव मंदिर और फागली इलाके में एक अन्य स्थान पर भूस्खलन हुआ और मलबे से नौ शवों को बाहर निकाला गया है। फागली इलाके में कई मकान मिट्टी में धंस गए। भारी बारिश के मद्देनजर सभी स्कूल और कॉलेज को सोमवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है। राज्य के आपात अभियान केंद्र के अनुसार, आपदा के कारण राज्य में 752 सड़कें बंद कर दी गयी हैं।