पूजा खेडकर जिन्होंने कथित तौर पर चयनित होने के लिए फर्जी विकलांगता और जाति प्रमाण पत्र जमा किया था, प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी और उनके परिवार के खिलाफ कई आरोप सामने आने के साथ विवाद तेज हो गया है। महाराष्ट्र कैडर की आईएएस अधिकारी की मुश्किलें इस हफ्ते तब बढ़ गईं जब सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करने वाली यूपीएससी की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया। विवाद शुरू होने के बाद से उनके मेडिकल प्रमाणपत्रों में कई विसंगतियां सामने आई हैं। विकलांगता प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करते समय उन्होंने दो अलग-अलग नामों – खेडकर पूजा दीलीप्राओ और पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर का भी इस्तेमाल किया।
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खेडकर इस महीने की शुरुआत में तब सुर्खियों में आई थीं, जब परिवीक्षा अवधि के दौरान लाल बत्ती वाली निजी कार के इस्तेमाल सहित उनके अनुचित आचरण की शिकायतों को लेकर उन्हें पुणे से वाशिम जिले में स्थानांतरित कर दिया गया था। उन्होंने एक अलग कार्यालय, एक आधिकारिक वाहन और कर्मचारियों की भी मांग की – ये विशेषाधिकार प्रशिक्षु अधिकारियों को नहीं दिए जाते।