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राजकीय पशु की संख्या बढ़ाने के लिये Assam से लाए गए चार मादा वन भैंस

छत्तीसगढ़ में राजकीय पशु वन भैंसों की संख्या बढ़ाने के लिए असम से चार मादा वन भैंसों को यहां लाया गया है। वन विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि मादा वन भैंसों को राज्य के बारनवापारा वन्यजीव अभ्यारण्य में रखा गया है।
उन्होंने बताया कि राजकीय पशु वन भैसों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए असम राज्य से चार मादा वन भैसों को छत्तीसगढ़ लाया गया है तथा उन्हें राज्य के बारनवापारा अभ्यारण्य में 10 हेक्टेयर क्षेत्र में बने एक बाड़े में रखा जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में उदन्ती सीतानदी टाइगर रिजर्व में वन भैंसों में केवल 10 नर वन भैंसा ही बचे हैं।

मध्य भारत में वन भैंसे विलुप्त होने के कगार में है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष फरवरी माह में वन विभाग के एक दल को मानस बाघ अभ्यारण्य भेजा गया था। भारत शासन से अनुमति मिलने के बाद चार मादा वन भैसों को पकड़ा गया था और इन वन भैसों का डीएनए नस्ल शुद्धता की परीक्षण के लिए भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून भेजा गया था।
अधिकारियों ने बताया कि परीक्षण की सकारात्मक रिपोर्ट आने के बाद चार मादा भैसों को 1700 किलोमीटर दूर बारनवापारा अभ्यारण्य लाया गया। वन भैंसों के लिए बाड़े का निर्माण किया गया है तथा गर्मी से बचाव के लिए झोपड़ी और तालाब का निर्माण किया गया है, साथ ही हरे चारे की भी व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि वन भैसों को पशु चिकित्सकों के निगरानी में रखा गया है और राजकीय पशु की संख्या बढ़ाने के लिए इनका प्रजनन कराया जाएगा।

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