बेंगलुरु। उत्तरी बेंगलुरु में एक निर्माणाधीन इमारत ढहने से आठ लोगों की मौत हो गई और 13 लोगों को बचा लिया गया। अधिकारियों को आशंका है कि मलबे में अभी भी कुछ लोग फंसे हुए हैं। पुलिस ने इमारत के मालिक मुनिराजू रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया है और उन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। यह घटना शहर के हेन्नुर इलाके में, बाबूसापल्या नामक इलाके में, भारी बारिश के बीच हुई। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि इमारत गिरने का कारण बारिश नहीं, बल्कि घटिया सामग्री और घटिया निर्माण था।
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सीसीटीवी फुटेज में सात मंजिला इमारत के ढहने का दृश्य कैद हुआ है। सूत्रों ने यह भी संकेत दिया कि इमारत के पास केवल चार मंजिलों के लिए अनुमति थी, और निर्माण में नियमों का उल्लंघन हुआ। सूत्रों के अनुसार, इमारत के लिए पिलर रॉड 28-30 मिमी मोटी होनी चाहिए थी, लेकिन इस्तेमाल की गई रॉड की मोटाई केवल 18-20 मिमी थी। अन्य हिस्सों में, जैसे मोल्डिंग के लिए, जहां 14-16 मिमी मोटी रॉड का इस्तेमाल किया जाना चाहिए था, ऐसी संभावना है कि इस्तेमाल की गई रॉड केवल 8-10 मिमी मोटी थी। उन्होंने कहा कि यह भी संभावना है कि निर्माण में सीमेंट की आवश्यकता से कम और रेत का अधिक इस्तेमाल किया गया था।
पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि इसके साथ ही हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या अब बढ़कर 8 हो गई है।
पुलिस ने बताया कि यह घटना मंगलवार को हुई जिसके बाद से ही अग्निशमन एवं आपातकालीन विभाग, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल की टीम घटनास्थल पर राहत-बचाव अभियान में जुटी है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘मुनिराज रेड्डी के बेटे भुवन रेड्डी और इमारत का निर्माण करने वाले ठेकेदार मुनियप्पा को हिरासत में ले लिया गया है। भुवन रेड्डी के नाम पर इस इमारत का निर्माण किया जा रहा था।’’
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अधिकारी ने कहा, ‘‘केवल चार मंजिल के निर्माण की ही अनुमति दी गई थी लेकिन सात मंजिल का निर्माण किया गया।’’
राहत-बचाव दल ने मंगलवार को एक और शव बरामद किया।
अधिकारी ने बताया, ‘‘इस घटना के बाद अब तक छह और शव बरामद किए जा चुके हैं जबकि छह व्यक्ति घायल हैं।’’
उन्होंने बताया कि घटनास्थल से अब तक 13 श्रमिकों को बचा लिया गया है।