नगालैंड विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को 83 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया और मतदान मुख्य रूप से शांतिपूर्ण रहा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी शशांक शेखर ने यह जानकारी दी।
नगालैंड की 60 सदस्यीय विधानसभा की 59 सीट पर उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। जुनहेबोटो जिले में अकुलुतो सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार एवं मौजूदा विधायक कझेतो किनिमी निर्विरोध चुनाव जीत गए हैं।
शेखर ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अनुमानित मतदान प्रतिशत 83.63 प्रतिशत रहा। तीन विधानसभा क्षेत्रों में हिंसा की कुछेक घटनाओं को छोड़कर मतदान मुख्य रूप से शांतिपूर्ण रहा।’’
उन्होंने बताया कि पिछली बार 2018 में 85.62 प्रतिशत मतदान हुआ था। उन्होंने कहा कि अंतिम मतदान प्रतिशत कुछ केंद्रों के आंकड़े मिल जाने के बाद ही पता चल पाएगा। कुछ तकनीकी गड़बड़ी के कारण अभी इन केंद्रों के आंकड़े मिलने शेष हैं।
इस बीच, कांग्रेस ने कुछ लोगों द्वारा मतदान केंद्रों पर कथित रूप से कब्जा किए जाने की खबरों का हवाला देते हुए निर्वाचन आयोग से नगालैंड की दो विधानसभा सीट के कुछ मतदान केंद्रों में फिर से मतदान कराए जाने का सोमवार को अनुरोध किया।
पुनर्मतदान के बारे में पूछे जाने पर शेखर ने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों की शिकायतें मिली हैं, जिन पर अंतिम निर्णय निर्वाचन आयोग लेगा।
वोखा जिले में भंडारी सीट पर पथराव और ‘हवा में गोलीबारी’ से तनाव पैदा हो गया।
कभी उग्रवाद का गढ़ रहे नगालैंड में एनएससीएन (आईएम) और अन्य समूहों तथा केंद्र सरकार के साथ शांति वार्ता जारी रहने के कारण एक दशक से भी अधिक समय से संघर्षविराम जारी है।
मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और मतदान केंद्रों के आगे लंबी कतारें देखी गईं।
राज्य में 13 लाख से अधिक मतदाता हैं और चुनाव मैदान में 183 उम्मीदवार हैं। मतों की गिनती दो मार्च को होगी।
सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) और भाजपा सीट साझेदारी के तहत क्रमश: 40 और 20 सीट पर चुनाव लड़ रही हैं, जबकि 2003 तक राज्य में शासन कर चुकी कांग्रेस ने 23 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। फिलहाल सदन में कांग्रेस का एक भी सदस्य नहीं है।
इस चुनाव में एनडीपीपी-भाजपा गठबंधन दूसरे कार्यकाल के लिए प्रयासरत है और नेफ्यू रियो गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में 26 सीट जीतने वाली एनपीएफ ने 22 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उनमें से एक ने नाम वापस ले लिया और अब उसके 21 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
कुल 19 उम्मीदवार निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदाताओं में 6,47,523 पुरुष और 6,49,876 महिला मतदाता शामिल हैं। मतदान के लिए 2,291 केंद्र बनाए गए हैं।