नयी दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत दिल्ली सरकार पर ‘फरिश्ते दिल्ली के’ योजना को बंद करने का आरोप लगाया। ‘फरिश्ते दिल्ली के’ योजना के तहत सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए लोगों को निजी अस्पतालों में मुफ्त चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाती है। भाजपा ने ‘आप’ के इस आरोप पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
‘आप’ की दिल्ली इकाई के प्रमुख और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि पूर्ववर्ती ‘आप’ सरकार द्वारा शुरू की गई इस पहल से हजारों लोगों की जान बचाने में मदद मिली थी, लेकिन अब इसे बंद किया जा रहा है। भारद्वाज ने सवाल किया, ‘‘ऐसी अच्छी योजना जो लोगों की जान बचाती है, उसे कोई कैसे बंद कर सकता है? भाजपा सरकार ने इसे बजट से हटा दिया है।’’
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साल 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा शुरू की गई ‘फरिश्ते दिल्ली के’ योजना के तहत सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए लोगों का निजी अस्पतालों में इलाज कराया जाता है और इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाती है, ताकि राहगीर वित्तीय बोझ के डर के बिना घायलों की सहायता करने के लिए प्रोत्साहित हों। ‘आप’ के अनुसार, इस पहल के तहत 10,000 से अधिक लोगों की जान बचाई गई।
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भारद्वाज ने दावा किया कि स्वास्थ्य मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान भी उपराज्यपाल द्वारा नियुक्त अधिकारियों ने इस योजना को बंद करने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा कि ‘आप’ को उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ा था, जिसके बाद इस योजना को जारी रखने के लिए धनराशि जारी की गई थी। भारद्वाज ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा उपराज्यपाल के माध्यम से इस योजना को बंद करने में विफल रही थी। अब सत्ता में आने के बाद उसने इसे पूरी तरह से बंद कर दिया है।