भले ही आम आदमी पार्टी ने हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में उम्मीद से कम सीटें जीतीं। लेकिन पार्टी नेताओं ने कहा कि इसने निचले सदन में भाजपा की सीटों की संख्या को कम करने में योगदान दिया। चुनाव परिणामों का विश्लेषण करने और आप की भविष्य की रणनीतियों की योजना बनाने के लिए यहां आयोजित एक बैठक में नेताओं का यह आकलन सामने आया। आप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) एवं राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने गुरुवार को यहां हुई बैठक में कहा कि पार्टी ने बेहद विपरीत परिस्थितियों में आम चुनाव लड़ा।
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पार्टी के स्वयंसेवकों की बैठक में पाठक ने कहा कि हम दो उद्देश्य लेकर आगे बढ़ रहे थे। हमारा पहला उद्देश्य मोदी सरकार को गिराना था और हमारा दूसरा उद्देश्य आम आदमी पार्टी को अधिक से अधिक सीटें दिलाना था। आज भाजपा ने जो सीटें हारी हैं, उसकी नींव आप लोगों ने अपने संघर्ष से रामलीला मैदान में रखी है। उन्होंने कहा कि आप ने भाजपा के पतन की ”आधारशिला” रखी थी। उन्होंने कहा कि किसी संगठन और व्यक्ति का असली चरित्र कठिन परिस्थितियों में ही सामने आता है। हमने मेहनत से चुनाव लड़ा, लेकिन कम सीटें मिलने के बावजूद आपने कमाल कर दिया। आज नहीं तो कल जीत निश्चित है। हरियाणा-दिल्ली चुनाव और पंजाब उपचुनाव सामने हैं। हम फिर एकजुट होकर लड़ेंगे और जीतेंगे।’
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आप के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि ‘पूरी व्यवस्था’ बीजेपी के पक्ष में होने के बावजूद पार्टी लोकसभा में अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि अभी पार्टी के लिए सबसे कठिन समय है। आज हमारी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल, पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसौदिया और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन जेल में हैं। मुझे छह महीने तक जेल में भी रखा गया। यहां तो एक सांसद वाले भी मंत्री बन गये हैं। हमारे पास 13 सांसद हैं। अगर हमें डील करनी होती तो हम कर लेते। लेकिन आम आदमी पार्टी एक आंदोलन के गर्भ से उभरी है। हम राजनीति में नेता बनने आये हैं, सौदागर नहीं। हम लोगों के लिए काम करने आये हैं।