मध्यप्रदेश के सीधी जिले में एक आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब करने के आरोपी एक व्यक्ति को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके पिता के घर के एक हिस्से को गिरा दिया गया। इस बीच, विपक्षी कांग्रेस ने घटना की सीबीआई जांच कराने तथा आरोपी के घर को ध्वस्त करने की मांग की।
हालांकि, आरोपी को गिरफ्तार किये जाने के कुछ ही घंटों बाद स्थानीय अधिकारियों ने बुधवार को उसके पिता के घर का एक हिस्सा गिरा दिया।
जिले के एक अधिकारी ने बताया, उसके पिता रमाकांत शुक्ला का घर अनुमति के अनुसार नहीं बनाया गया था, और इसलिए मकान के अवैध हिस्से को ध्वस्त किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी प्रवेश शुक्ला की पृष्ठभूमि आपराधिक पाई गई है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई ने घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया है।
समिति के अध्यक्ष जनजाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल हैं। विधायक शरद कौल एवं अमर सिंह तथा भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष कांतदेव सिंह समिति के सदस्य हैं।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर मंगलवार को वायरल हो गया जिसके बाद पुलिस ने प्रवेश शुक्ला के खिलाफ मामला दर्ज किया।
इससे पहले पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने दावा किया कि वीडियो कुछ महीने पुराना है।
मुख्यमंत्री के कार्यालय के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया था कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 294 एवं 504 और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई शुरू की गई है।
कांग्रेस ने दावा किया था कि आरोपी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़ा था, लेकिन सत्तारूढ़ दल ने आरोप से इनकार किया।
पीटीआई से बात करते हुए राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने व्यक्ति के कृत्य को जघन्य, निंदनीय और मानवता के लिए शर्मनाक बताया।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने भी इस कृत्य को शर्मनाक और निंदनीय बताया और आरोपी की संपत्ति को ध्वस्त करने की मांग की।
कांग्रेस की आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई की मांग के बारे में पूछे जाने पर, मिश्रा ने पीटीआई-से कहा, ‘‘बुलडोजर की कार्रवाई कांग्रेस की मांग के आधार पर नहीं की जाती है…बुलडोजर तभी चलता है जब कोई अतिक्रमण होता है।’’ मिश्रा राज्य सरकार के प्रवक्ता भी हैं।
इससे पहले दिन में, मिश्रा ने संवाददाताओं से कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मंत्री ने बिना किसी का नाम लिये कहा कि अतिक्रमण पर भी बुलडोजर चलेगा।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजूलता पटले ने बताया कि प्राप्त सबूतों के आधार पर मंगलवार देर रात करीब दो बजे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और उससे पूछताछ की जा रही है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हम उसकी तलाश कर रहे थे और उसके गांव के आस-पास के अलग-अलग थानों के पुलिसकर्मी चौकस थे।’’
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार शाम ट्वीट किया था, ‘‘सीधी जिले का एक वीडियो मेरे संज्ञान में आया है…मैंने प्रशासन को दोषी व्यक्ति को गिरफ्तार करने और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाने का निर्देश दिया है।’’
यह पूछे जाने पर कि घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने पहले इस मामले में कार्रवाई क्यों नहीं की, नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह सब जांच का विषय है।
भूरिया ने कहा, सीधी में हुई घटना आदिवासी समुदाय का अपमान है। राज्य सरकार को मामले की जांच सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) को सौंप देनी चाहिए और मामले की सुनवाई ग़ैर-भाजपा राज्यों की अदालत में होनी चाहिए।
उन्होंने मांग की कि पीड़ित परिवार को दो करोड़ रुपये का मुआवजा और परिवार के दो सदस्यों को सरकारी नौकरी दी जाए।
भूरिया ने आरोप लगाया, ‘‘ यह वीडियो कुछ महीने पुराना बताया जा रहा है, लेकिन पीड़ित आरोपी भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला से इतना डरा हुआ था कि महीनों बाद भी पुलिस से शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा सका। साथ ही आरोपी ने एक शपथ पत्र भी ले लिया जिसमें पीड़ित ने कहा कि उसके (शुक्ला के) खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि भाजपा के विधायक और उनके प्रतिनिधि स्थानीय गुंडों की तरह काम कर रहे हैं।
भूरिया ने यह भी दावा किया कि आरोपी के भाजपा के शीर्ष नेताओं से संबंध है और सत्तारूढ़ दल के वरिष्ठ नेताओं के साथ उसकी तस्वीरें सामने आई हैं।
बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक स्थानीय दबंग नेता द्वारा आदिवासी/दलित युवक पर पेशाब करने की घटना अति-शर्मनाक व अति-निन्दनीय है।
उन्होंने दावा किया, घटना का एक वीडियो वायरल होने के बाद सरकार जागी, जो उनकी संलिप्तता को दर्शाता है।
बसपा सुप्रीमो ने एक अन्य ट्वीट में मांग की, न केवल एनएसए लागू करें, बल्कि आरोपी की संपत्ति को जब्त/ध्वस्त करें।
उन्होंने भाजपा सरकार से इस बात से इनकार करने के बजाय कि आरोपी सत्ताधारी पार्टी का है, मामले में कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं हर किसी को शर्मसार करती हैं।