Breaking News
-
केरल स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि राज्य के उत्तरी मलप्पुरम जिले में इलाज करा रहे…
-
कनाडा की संसद में खड़े होकर हिंदू नेता ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया…
-
भारत और बांग्लादेश के बीच 19 सितंबर 2024 के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज…
-
जम्मू और कश्मीर में पहले चरण का मतदान आज खत्म हो गया है। पहले चरण…
-
न्यू यॉर्क के मेलविल में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में सोमवार को उपद्रवियों ने भारत सरकार…
-
लखनऊ/गाजियाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा बेटियों के साथ दरिंदगी करने वालों का…
-
बीजिंग । चीन ने स्वशासित द्वीप ताइवान को हथियार बेच रही अमेरिकी कंपनियों पर प्रतिबंधों…
-
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में ईद-मिलाद-उन-नबी के जुलूस के दौरान सांप्रदायिक नारे लगाने और…
-
तिरुवनंतपुरम । केरल सरकार ने 15वीं विधानसभा का 12वां सत्र चार अक्टूबर से आहूत करने…
-
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने…
मुंबई । कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पिछले सप्ताह महाराष्ट्र विधान परिषद की 11 सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को वोट नहीं देने वाले विधायकों के खिलाफ पार्टी ने कार्रवाई की। वेणुगोपाल ने महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों की समीक्षा और चुनाव रणनीति तय करने के लिए यहां एक बैठक करने के बाद संवाददाताओं से कहा, “कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में मतदान न करने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है और आप भविष्य में परिणाम देखेंगे। अनुशासन बहुत जरूरी है।”
उन्होंने हालांकि इस बात का खुलासा नहीं किया कि कितने और कौन-कौन से विधायकों ने पार्टी के दिशा-निर्देशों के खिलाफ जाकर मतदान किया। यह पूछे जाने पर कि क्या असंतुष्ट विधायकों को विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया जाएगा, कांग्रेस महासचिव (संगठन) ने कहा, “ आप अपना अनुमान लगा सकते हैं।”
महाराष्ट्र में 12 जुलाई को हुए विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव में कांग्रेस के सात विधायकों ने पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान नहीं किया। कांग्रेस ने पार्टी उम्मीदवार प्रदन्या सातव के लिए 30 प्रथम वरीयता वाले मत का कोटा तय किया था और शेष सात वोट सहयोगी शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना-यूबीटी) के उम्मीदवार मिलिंद नार्वेकर को मिलने थे। चुनाव में सातव को 25 और नार्वेकर को 22 प्रथम वरीयता वोट मिले, जिसका मतलब है कि कम से कम सात कांग्रेस विधायकों ने पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान नहीं किया।