जम्मू कश्मीर के शीर्ष पुलिस अधिकारी ने रविवार को कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस समारोह का सफल आयोजन सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में लोगों को बड़ी संख्या में स्वतंत्रता दिवस समारोहों/कार्यक्रमों में हिस्सा लेना चाहिए।
सिंह ने यहां ‘तिरंगा रैली’ में संवाददाताओं से कहा, ‘‘लोगों में काफी उत्साह है और लोग स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रमों में हिस्सा लेना चाहते हैं। हमने स्वतंत्रता दिवस समारोहों के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किये हैं।’’
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों की संख्या बहुत अधिक नहीं है, लेकिन सुरक्षाबल अपनी चौकसी कतई घटा नहीं सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें संख्या पर नहीं जाना है जो कहीं से भी अधिक नहीं है। लेकिन सीमापार से तथा सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को गुमराह करने की कोशिश की जा सकती है।
लेकिन, युवा समझ गये हैं कि यह (आतंकवाद) विनाश का मार्ग है।’’
सीमा पर स्थिति के बारे में पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से घुसपैठ के प्रयास किये गये हैं, लेकिन नियंत्रण रेखा पर ही ज्यादातर प्रयास विफल कर दिये गये।
उन्होंने कहा, ‘‘घुसपैठ की कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन ज्यादातर कोशिशों को नाकाम कर दिया गया है। इस साल ज्यादातर मुठभेड़ें नियंत्रण रेखा पर हुई हैं।’’
जम्मू से प्राप्त समाचार के अनुसार, स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू क्षेत्र में शांति भंग करने की किसी भी कोशिश को विफल करने के लिए क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है तथा खासकर पाकिस्तान से लगी सीमा पर कड़ी चौकसी बरती जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि 225 किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा और 192 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सेना और सीमा सुरक्षा बल ने अपनी चौकसी बढ़ा दी है।
पिछले सप्ताह अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जम्मू क्षेत्र) मुकेश सिंह ने विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त बैठक की थी और आतंकी खतरों से निपटने के लिए चौकसी बढ़ाने एवं ‘आक्रामक अभियान’ चलाने का आह्वान किया था। उन्होंने सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने, ड्रोनरोधी उपायों, जोखिम संभावित स्थानों तथा अंतर-जिला सीमाओं पर संयुक्त चौकियां लगाने पर जोर दिया था।
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू शहर में स्वतंत्रता दिवस समारोह के मुख्य आयोजन स्थल मौलाना आजाद स्टेडियम को पुलिस व अर्धसैनिक बलों के अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती के साथ एक तरह से सील कर दिया गया है।
जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने रविवार को आयोजन स्थल का दौरा किया।