कांग्रेस महाकाव्य रामायण पर आधारित एक्शन फिल्म आदिपुरुष को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस साफ तौर पर दावा कर रही है कि फिल्म के जरिए हिंदू भावनाओं को आहत किया जा रहा है। इन सब के बीच फिल्म ‘आदिपुरुष’ विवाद पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी बयान सामने आया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पहले मर्यादा पुरुषोत्तम राम को इन्होंने धीरे-धीरे युद्धक राम बना दिया। वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने इसको लेकर माफी की मांग की।
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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि क्रोनोलॉजी समझिए, पहले मर्यादा पुरुषोत्तम राम को इन्होंने धीरे-धीरे युद्धक राम बना दिया। हनुमान जी ज्ञान, भक्ति और शक्ति के प्रतीक है उनको एंग्री बर्ड बना दिया, और तीसरा क्रोनोलॉजी यह है कि जो बजरंग दल के लोग बोलते हैं वो शब्द भगवान बजरंगबली से बुलवा रहे हैं, ये इनकी क्रोनोलॉजी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब जब जनता इसके खिलाफ खड़ी हो गई तब यह कहते हैं इस पर बैन लगाया जाए। नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस के समय में रामायण और महाभारत सीरियल को फिल्माया गया था। कांग्रेस ने उस समय में रामायण और महाभारत की वास्तविकता रखी थी। भाजपा खुद बोलती है कि वो हिंदु की सरकार है तो हनुमान जी को इस तरह से टपोरी जैसे वक्तव्य करवाने का पाप भाजपा ने किया है…ये भाजपा का दोष है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए और इस फिल्म(आदिपुरुष) को बैन करना चाहिए।
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समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने फिल्म आदिपुरुष को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा, हालांकि उन्होंने फिल्म का नाम नहीं लिया है। सपा नेता यादव ने ट्वीट कर कहा, जो राजनीतिक आकाओं के पैसों से, उनके एजेंडे वाली मनमानी फ़िल्में बनाकर लोगों की आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं, उनकी फिल्मों को सेंसर बोर्ड का प्रमाणपत्र देने से पहले, उनके ‘राजनीतिक-चरित्र’ का प्रमाण पत्र देखना चाहिए। क्या सेंसर बोर्ड धृतराष्ट्र बन गया है? पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने ट्वीट कर कहा, सस्ते व सतही संवाद वाले सिनेमा के जरिए मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और उनकी कथा के विराट तथाप्रेरक चरित्रों को संकुचित करने का प्रयास किया जा रहा है। इससे करोड़ों आस्थावान सनातनी आहत हैं। इस कृत्य के लिए तथाकथित सनातनी भाजपाई देश से माफी मांगें। ये काम ना करो, राम का नाम बदनाम ना करो!